भीनी मुस्कान से भरा चेहरा, हर व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित करने की क्षमता रखता है। और यदि यह भीनी हंसी के ठहाकों में तब्दील हो जाए तो आपके पाचन तंत्र में घट रही प्रक्रियाओं को तेज कर ही देती है। हास्य रस की चाशनी में डूबे व्यक्ति कभी भी तनाव और और मानसिक बीमारियों के शिकार नहीं होते हैं। …
Read More »Daily Archives: September 20, 2017
अपने हर काम में कुछ इस तरह ढूंढें आनंद
एक गांव में कुछ मजदूर पत्थर के खंभे बना रहे थे। उधर से एक संत गुजरे। उन्होंने एक मजदूर से पूछा- यहां क्या बन रहा है? उसने कहा- देखते नहीं पत्थर काट रहा हूं? संत ने कहा- हां, देख तो रहा हूं। लेकिन यहां बनेगा क्या? मजदूर झुंझला कर बोला- मालूम नहीं। यहां पत्थर तोड़ते-तोड़ते जान निकल रही है और …
Read More »इंसान से अच्छा होता है खुदा का साथ
एक बार सूफी संत खय्याम अपने शिष्य के साथ बीहड़ से जा रहे थे। उनके नमाज पढ़ने का समय हुआ तो, गुरु और शिष्य दोनों नमाज पढ़ने के लिए बैठे ही थे कि उन्हें सामने से एक शेर की गर्जना सुनाई दी। शिष्य बेहद परेशान हो गया और नजदीक के ही पेड़ पर चढ़ गया। लेकिन खय्याम खामोशी से नमाज …
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