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Daily Archives: January 20, 2018

जब एक शराबी ने पूछा, अंगूर अच्छे तो शराब बुरी क्यों!

बहुत पुरानी बात है। प्रसिद्ध संत तिरुवल्लुवर एक बार अपने शिष्यों के साथ कहीं चले जा रहे थे। रास्ते में आने-जाने वाले लोग उनके चरण स्पर्श करते हुए आगे की ओर बढ़ते जा रहे थे। तभी, एक शराबी झूमता हुआ उनके सामने आया और खड़ा हो गया। फिर उसने संत तिरुवल्लुवर से कहा, आप लोगों से यह क्यों कहते फिरते …

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गुरु द्रौण का पुत्र मोह

द्रौण को अपने पुत्र अश्वत्थामा से बहुत प्यार था। शिक्षा में भी अन्य छात्रों से भेदभाव करते थे। जब उन्हें सभी कौरव और पांडव राजकुमारों को चक्रव्यूह की रचना और उसे तोडऩे के तरीके सिखाने थे, उन्होंने शर्त रखी की जो राजकुमार नदी से घड़ा भरकर सबसे पहले पहुंचेगा, उसे ही चक्रव्यूह की रचना सिखाई जाएगी। सभी राजकुमारों को बड़े …

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यह होता है धर्म का अर्थ

बहुत पुरानी बात है कि चीन में एक बौद्ध भिक्षुणी रहती थीं। उनके पास गौतम बुद्ध की एक सोने की मूर्ति थी जिसकी वह दिन-रात पूजा करती थीं। जब चीन में महाबुद्ध उत्सव की शुरूआत हुई तो वहां कई लोग आए। वहां भिक्षुणी भी बुद्ध की मूर्ति लेकर पहुंची। बौद्ध भिक्षुणी चाहती थी, कि वह जो साम्रगी अपने साथ लाई …

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हनुमानजी देव हैं, देवताओं से ऊपर हैं

हनुमानजी देव हैं, देवताओं से ऊपर हैं. मैं ऐसा क्यों कहता हूं उसके पीछे कारण है. इंद्र भी देव हैं, बल्कि देवराज हैं. श्रीयुक्त हैं, यानी लक्ष्मीजी की कृपा छाया में हैं परंतु देवराज में मत्सर है. मत्सर यानी अभिमान, सृष्टि के अस्तित्व में अपने श्रेय को बढ़ा-चढ़ाकर देखने की लोलुपता, हर स्थान पर अपने गुणगान के लालायित रहने का …

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जिधर देखूं जहाँ देखूं तेरा दीदार हो जाए

  बुत्तखाना और नसुए-हरम देख रहे हैं | साईं सनम को सारे सनम देख रहें हैं || करम इतना तो मुझ पे, साईं जी एक बार हो जाए, जिधर देखूं ,जहाँ देखूं, तेरा दीदार हो जाए | मुझे दुनिया से क्या मतलब, मुझे तुमपे भरोसा है | जिसे साईं नवाजे, उसका बेडा पार हो जाए || गदाई आप के दर …

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अनोखे तरीकों से बुद्ध देते थे शिक्षा

गौतम बुद्ध ने अपने शिष्यों और अनुयायियों को मौखिक शिक्षा दी है। बाद में इसे उनके अनुयायियों द्वारा संकलित किया गया। बुद्ध अपने प्रवचन में मुख्य बातों पर ही जोर देते थे। तथागत कभी सुनने वाले के विचारों का विरोध न करते और न ही तर्क करते थे। बल्कि उस व्‍यक्ति के विचारों को अपनाकर उससे प्रश्‍न करते ताकि सुनने …

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मेहनत के आगे भविष्यवाणी भी हैं विफल, यह है प्रमाण-

एक गांव में ज्योतिषियों ने भविष्यवाणी की, कि आने वाले 12 साल तक उनके गांव में पानी नहीं बरसेगा। यह सुनकर दुःखी हो गए और घर छोड़कर जाने लगे। लेकिन एक किसान गांव को छोड़कर नहीं गया। वह अपने गांव से बेहद प्रेम करता था। उसने सोचा कि 12 साल तक बारिश तो होने वाली नहीं है तो फिर हल …

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ईमानदारी की जीत

चारों ओर सुंदर वन में उदासी छाई हुई थी। वन को अज्ञात बीमारी ने घेर लिया था। वन के लगभग सभी जानवर इस बीमारी के कारण अपने परिवार का कोई न कोई सदस्य गवाँ चुके थे। बीमारी से मुकाबला करने के लिए सुंदर वन के राजा शेर सिंह ने एक बैठक बुलाई। बैठक का नेतृत्व खुद शेर सिंह ने किया। …

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