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Monthly Archives: January 2018

माखन लेकर क्या करूँ, जब माखन चोर हैं मेरे पास

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दुर्योधन ने श्री कृष्ण की पूरी नारायणी सेना मांग ली थी। और अर्जुन ने केवल श्री कृष्ण को मांगा था। उस समय भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन की चुटकी (मजाक) लेते हुए कहा: "हार निश्चित हैं तेरी, हर दम रहेगा उदास ।

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सुदामा का सत्कार

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सुदामा नाम के एक ब्राह्मण श्रीकृष्ण के परम मित्र थे। उन्होंने श्री कृष्ण के साथ गुरुकुल में शिक्षा पायी थी। वे ग्रहस्थ होने पर भी संग्रह- परिग्रह से दूर रहते हुए प्रारब्ध के अनुसार जो कुछ भी मिल जाता उसी में संतुष्ट रहते थे। भगवान की उपसना और भिक्षाटन यही उनकी दिनचर्या थी। उनकी पत्नी परम पतिव्रता और अपने पति के साथ हर अवस्था में सतुष्ट रहने वाली थी। एक दिन दु:खिनी पतिव्रता भूख से कांपते हुए अपने पति के पास गयी और बोली

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बेट द्वारका हनुमान दंडी मंदिर, गुजरात

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बेट द्वारका से चार मील की दूरी पर मकर ध्वज के साथ में हनुमानजी की मूर्ति स्थापित है। कहते हैं कि पहले मकरध्वज की मूर्ति छोटी थी परंतु अब दोनों मूर्तियां एक सी ऊंची हो गई हैं। अहिरावण ने भगवान श्रीराम लक्ष्मण को इसी स्थान पर छिपा कर रखा था। जब हनुमानजी श्रीराम-लक्ष्मण को लेने के लिए आए, तब उनका …

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जब हेरो थोरा ने 1 भारतीय किसान से मांगी माफी

भारतीय किसान से मांगी माफी

हेरो थोरो अमेरिका का एक मशहूर चिंतक और विचारक थे। थोरो भारतीय विचारधारा से प्रेरित थे। उन्हें अपने साहित्य में कालिदास, विष्णु पुराण, हरिवंश पुराण आदि के उदाहरणों को शामिल किया था। भारतीय विचारधारा से प्रभावित होकर, वो भारत में ही एक गांव में पहुंचे। आश्रम बनाने के लिए उन्होंने एक किसान से जमीन ली थी। लेकिन अगले ही दिन …

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यहां क्यों रहना चाहते थे चुआंग जू

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एक समय की बात है चीनी दार्शनिक चुआंग जू नदी किनारे मछली पकड़ रहे थे। उसी दौरान राजा के एक दूत ने आकार कहा, ‘सम्राट ने आपको अपना प्रधानमंत्री नियुक्त किया है।’ चुआंग जू ने राजा के उस दूत से प्रश्न किया, सुना है कि सम्राट के संग्रहालय में किसी दिव्य कछुए की ढाल सुरक्षित है। बताओ, अगर वह कछुआ …

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एक दिन सभी को यहां जाना है

एक दिन एक व्यक्ति संत के पास गया और बोला, ‘महाराज! मुझे कोई ऐसा उपदेश दीजिए।जो जिंदगी भर याद रहे।क्योंकि मेरे पास इतना समय नहीं है, कि रोज आपके पास आऊं औऱ घंटों बैठकर आपका उपदेश सुनुं।’ संत ने कहा, ‘ठीक है तो चलो मेरे साथ।’ संत उस व्यक्ति को श्मशान ले गए। वह व्यक्ति घबरा रहा था।  उसने कहा, …

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पुरानी पेंटिंग

बहुत समय पहले की बात है ,उन्नीसवीं सदी के मशहूर पेंटर दांते गेब्रियल रोजेटी के पास एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति पहुंचा. उसके पास कुछ स्केच और  ड्राइंगस  थीं जो वो रोजेटी को दिखा कर उनकी राय जानना चाहता था की वे अच्छी हैं , या कम से कम उन्हें देखकर कलाकार में कुछ टैलेंट जान पड़ता है . रोजेटी ने …

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छत्रपति शिवाजी के जीवन के तीन प्रेरणादायक प्रसंग –

19th Feb को शिवाजी जयंती है इस शुभ अवसर पर मैं आपके साथ उनके जीवन के तीन प्रेरणादायक प्रसंग साझा कर रहा हूँ. आइये हम भारत वर्ष के इस वीर सपूत को नमन करें और उनके जीवन से शिक्षा ले भारत माता की सेवा में अग्रसर हों. प्रसंग १: शिवाजी के समक्ष एक बार उनके सैनिक किसी गाँव के मुखिया को पकड़ …

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ऐसा था आइंस्टाइन का निराला अंदाज

अमूमन लोग अल्बर्ट आइंस्टाइन से उनके सापेक्षता सिद्धान्त को सरल शब्दों में समझाने के लिए निवेदन किया करते थे। इसके उत्तर में आइंस्टाइन कहते थे, ‘आप अपने हाथ को जलती अंगीठी के ठीक ऊपर एक मिनट के लिए रखिए तो वह एक मिनट आपको एक घंटे के बराबर लगेगा और किसी सुंदर महिला के साथ एक घंटे तक बैठिए तो …

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इच्छापूर्ति वॄक्ष

एक घने जंगल में एक इच्छापूर्ति वृक्ष था *उसके नीचे बैठ कर किसी भी चीज की इच्छा करने से वह तुरंत पूरी हो जाती थी* यह बात बहुत कम लोग जानते थे.. *क्योंकि उस घने जंगल में जाने की कोई हिम्मत ही नहीं करता था* एक बार संयोग से एक थका हुआ इंसान उस वृक्ष के नीचे आराम करने के …

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