भगवान् बुद्ध से एक जिज्ञासु ने पूछा, ‘मानव जीवन का लक्ष्य क्या है?’ उन्होंने बताया, ‘निर्वाण अर्थात् सभी बंधनों से मुक्ति।’ जिज्ञासु ने कहा, ‘भगवान्, आप लोगों को तरह-तरह के साधन बताते हैं। क्यों नहीं उन्हें सीधे-सीधे निर्वाण प्रदान करते हैं। आप तो निर्वाण की स्थिति में पहुँच चुके हैं, क्यों नहीं उसे औरों में भी बाँट देते हैं?’ बुद्ध …
Read More »Astrology
छोटी बुराई, बड़ी बुराई के लिए रास्ता खोलती है
नौशेरवां ईरान का बड़ी ही न्यायप्रिय बादशाह था। छोटी सी छोटी चीजों में भी न्याय की तुला उसके हाथ में रहती थी। सबसे अधिक ध्यान वह अपने आचरण पर रखता था। एक बार बादशाह जंगल की सैर करने गया। उसके साथ कुछ नौकर चाकर भी थे। घूमते-घूमते वह शहर से काफी दूर निकल आए। इस बीच बादशाह को भूख लगी। …
Read More »जब राष्ट्रपति की पत्नी से बात कर संपादक हुआ हैरान
अमेरिका में जब रुजवेल्ट, राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए तो उनकी पत्नी ने राष्ट्रपति भवन (व्हाइट हाउस) को अपने पति की रुचि के अनुसार ही व्यवस्थित किया। जब वे कार्यालय को अच्छी तरह से व्यवस्थित कर चुकीं तो शासकीय कार्यों में भी उनकी पत्नी भी हाथ बंटाने लगीं। एक दिन अमेरिका के प्रसिद्ध समाचार पत्र के संपादक का फोन …
Read More »इंदिरा गांधी के मन में थी इनके प्रति असीम करुणा
भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ मदर टेरेसा की मित्रता थी। इंदिरा गांधी ने मदर के स्वागत में कहा था, ‘उनसे मिलने पर मन में असीम करुणा और नम्रता उपजती है। कोमलता की शक्ति और प्रेम की ऊर्जा महसूस होती है।’ इंदिरा गांधी मदर टेरेसा का बहुत सम्मान करती थीं। जब भी मदर का फोन आता तो …
Read More »तो ये थे सबसे बड़े ज्ञानी
यूनान में डेल्फी देवी की बहुत मान्यता है। कहते हैं कि यह देवी लोगों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के सही उत्तर देती हैं। एक बार किसी ने पूछा कि देवी, यूनान में सबसे बड़ा ज्ञानी कौन ? देवी ने उत्तर दिया कि सुकरात। वह आदमी सुकरात के पास गया और बोला डेल्फी देवी ने कहा है कि आप सबसे अधिक …
Read More »मैं सबसे तेज दौड़ना चाहती हूँ !
विल्मा रुडोल्फ का जन्म टेनिसी के एक गरीब परिवार में हुआ था. चार साल की उम्र में उन्हें लाल बुखार के साथ डबल निमोनिया हो गया , जिस वजह से वह पोलियो से ग्रसित हो गयीं. उन्हें पैरों में ब्रेस पहनने पड़ते थे और डॉक्टरों के अनुसार अब वो कभी भी चल नहीं सकती थीं.लेकिन उनकी माँ हमेशा उनको प्रोत्साहित करती रहतीं और …
Read More »पढ़िए मार्मिक उम्मीदों से भरा एक पिता का पत्र
अमेरिका के पहले राष्ट्रपति के बारे में काफी कुछ पुस्तकों में लिखा और सिनेमा की सिल्वर स्क्रीन पर देखा जा चुका है। ऐसा ही एक रोचक प्रसंग है उनके द्वारा प्रिंसिपल को लिखा पत्र। यह पत्र उन्होंने अपने पुत्र के स्कूल प्रिंसिपल को लिखा था। हालांकि यह पत्र बहुत आम है। लेकिन जब भी कोई इसे पढ़ता है तो यह …
Read More »अरुणिमा सिन्हा की प्रेरणादायक कहानी
11 अप्रेल, 2011 ! राष्ट्रीय स्तर की वालीबॉल खिलाड़ी अरुणिमा सिन्हा ( Arunima Sinha ) , पद्मावती एक्सप्रेस में लखनऊ से दिल्ली जा रही थी| बीच रास्ते में कुछ लुटेरों ने सोने की चेन छिनने का प्रयास किया, जिसमें कामयाब न होने पर उन्होंने अरुणिमा को ट्रेन से नीचे फेंक दिया| arunima sinha motivational story in hindi पास के ट्रैक …
Read More »सवा सेर गेहुँ – मुंशी प्रेमचंद जयंती पर विशेष
प्रेमचंद हिंदी के प्रसिद्ध और महान कहानीकार हैं। आपका जन्म 31 जुलाई 1880 को बनारस के पास लमही नामक गॉव में हुआ था। आपने अपनी कहानियों के माध्यम से उस समय की सामाजिक अव्यवस्था का चरित्र-चित्रण बहुत यर्थात तरीके से किया है। प्रेमचंद जी ने शोषित-वंचित किसान की दयनीय स्थिति को अपनी कहानी सवा सेर गेहुँ में व्यक्त किया है। सवा सेर …
Read More »चुनैतियों पर काबू पाने की सीख देती प्रेरणादायक कहानी
बादल अरबी नस्ल का एक शानदार घोड़ा था। वह अभी 1 साल का ही था और रोज अपने पिता – “राजा” के साथ ट्रैक पर जाता था। राजा घोड़ों की बाधा दौड़ का चैंपियन था और कई सालों से वह अपने मालिक को सर्वश्रेष्ठ घुड़सवार का खिताब दिला रहा था. बादल भी राजा की तरह बनना चाहता था…लेकिन इतनी ऊँची-ऊँची और …
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