दुर्वासा ऋषि बोले,:- हे सुन्दरि! गुप्त से भी गुप्त उपाय मैं तुझसे कहता हूँ। यह विषय किसी से भी कहने योग्य नहीं है, तथापि तेरे लिये तो मैंने ये विचार ही लिया है। मैं विस्तार पूर्वक न कहकर तुझसे संक्षेप में कहता हूँ। हे सुभगे! इस मास से तीसरा मास जो आवेगा वह पुरुषोत्तम मास है। इस मास में तीर्थ …
Read More »Gyan Ganga
पुरुषोतम मास /अधिक मास माहात्म्य अध्याय– 9
श्रीनारायण बोले :- अपने पिता को स्मरण करते-करते और बराबर शोक करते-करते उस घर में कुछ काल उस कन्या का व्यतीत हुआ ॥ ३ ॥ सिंह से भागती हिरणी की तरह घबड़ाई हुई, सुने घर में रहनेवाली, दुःखरूप अग्नि से उठी हुई भाप द्वारा बहते हुए अश्रुनेत्र वाली, जलते हुए हृत्कमल वाली, दुःख से प्रतिक्षण गरम श्वास लेनेवाली, अतिदीना, घिरी हुई …
Read More »पुरुषोतम मास /अधिक मास माहात्म्य अध्याय – 8
सूतजी बोले हे तपोधन! विष्णु और श्रीकृष्ण के संवाद को सुन सन्तुष्टमन नारद, नारायण से पुनः प्रश्न करने लगे ॥ १ ॥ adhik mas नारदजी बोले:- हे प्रभो! जब विष्णु बैकुण्ठ चले गये तब फिर क्या हुआ? कहिये। आदिपुरुष कृष्ण और हरिसुत का जो संवाद है वह सब प्राणियों को कल्याणकर है ॥ २ ॥ इस प्रकार प्रश्न को सुन …
Read More »सबसे ज्यादा प्लेटफॉर्म वाला रेलवे स्टेशन
biggest-railway-station ये है सबसे ज्यादा प्लेटफॉर्म वाला रेलवे स्टेशन! एकसाथ खड़ी हो जाती हैं 44 ट्रेनें, क्या आपको पता है? कहां हैनई दिल्ली 26 जुलाई । ट्रेन पकड़ने के लिए प्लेटफॉर्म के चक्कर तो आपने भी लगाए होंगे. स्टेशन पहुंचने के बाद सबसे बड़ी दिक्कत यही आती है कि सारा सामान लेकर प्लेटफॉर्म तक कैसे पहुंचें.इसकी संख्या 10 तक हो …
Read More »हाथ से डुलाने वाला पंखा
how-recent-times-worker-use-fan प्रचलन में था जो छत पर लगा रहता और एक रस्सी द्वारा कोई प्राणी डुलाता रहता।चूँकि विद्युतीकरण उस समय हुआ नहीं था हाथ से डुलाने वाला ये पंखा बड़े अमीर वर्ग में ख़ासा प्रचलन में था। अंग्रेज़ी हुकूमत के दौरान ऐसे पंखों का खूब प्रयोग हुआ। अनेक भारतीय मज़दूर को पंखा डुलाने के लिए अंग्रेज़ी अफ़सर रखते थे। अमूमन …
Read More »मेहरबाई टाटा
कहानी उस महिला की जिसने टाटा स्टील कंपनी को दी थी अलग पहचान। टाटा ग्रुप कंपनी से तो आज हम सब वाकिफ हैं। इस कंपनी ने देश के लिए कई दान-धर्म के काम किए हैं। एक वक्त ऐसा भी था,जब यह कंपनी डूबने के कगार पर थी। उस समय जो महिला सबसे आगे निकल कर आई थीं, वह महिला थीं …
Read More »समूह की शक्ति
नंदनवन के एक वृक्ष पर गौरैया का एक जोड़ा रहता था। उस वृक्ष पर अनेक पक्षी रहते थे। गौरैया ने अंडे दिए थे। गौरैया का जोड़ा बड़ी बेसब्री से उनमें से बच्चे निकलने का इन्तजार कर रहा था। उसी जंगल में एक दुष्ट हाथी रहता था। उसे अपनी ताकत का बड़ा घमंड था। यहां तक कि जंगल का राजा शेर …
Read More »बल से अधिक बुद्धि का प्रयोग करना चाहिए
एक जंगल के एक विशाल पेड़ पर एक कौवा अपनी पत्नी सहित रहता था। उस पेड़ पर हर प्रकार की सुख सुविधा थी। केवल एक ही कष्ट था कि उस पेड़ के एक खोखले भाग में एक भयंकर काला सर्प भी रहता था। जब कौवे की पत्नी अंडे देती तो वह उन्हें खा जाता था। इससे दोनों बहुत दुखी रहते …
Read More »लालच का परिणाम
एक मुर्गे और एक कुत्ते में बड़ी दोस्ती थी। दोनों साथ रहते, साथ ही खाते पीते और घूमते। एक दिन दोनों ने जंगल घूमने का कार्यक्रम बनाया। दोनों मित्र सुबह सुबह जंगल की सैर पर निकल पड़े। दोनों जंगल के सुंदर दृश्य देखकर प्रसन्न होते। नए नए जानवरों से बातें करते। भूख लगती तो जंगली फल फूल खाकर अपनी भूख …
Read More »हर छोटे बड़े जीव का इस पृथ्वी पर अपना अलग महत्व है
कोमल, हरी भरी घास से भरा एक मैदान था। उन्हीं हरी घास के बीच में एक सूखा तिनका भी पड़ा था। घास ने तिनके को देखकर हंसते हुए कहा, “हरी भरी कोमल घास के बीच में तुम क्या कर रहे हो? “तुम तो सूखे और मुरझाए हुए हो। न तो तुम देखने में सुंदर हो, न ही किसी काम के …
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