“अरे! बेटी जरा चाय तो बना दो . खाली बैठे चाय की तलब लग आती है .” बहु ने सुना और फिर व्यस्त हो गई मोबाइल पर . समय का पता ही नहीं रहा . ससुर ने देखा तो बाहर से दरवाजा बंद कर पास की दुकान पर चले गए . चाय पी और कुछ देर इधर उधर की बातें …
Read More »Gyan Ki Baat
दादा पोता की कहानी
क्या हुआ दद्दू आज प्रात: भ्रमण के लिए नहीं गए।गोलू की मासूमियत भरे प्रश्न से दादाजी की आंखे डबडबा गई।अपने नन्हे पोते की बात सुनकर उनकी आंखो से आंसू छलक आए।अरे तू है ना पोता,मेरा छड़ी। कहकर गले से लगा लिया। अरे! ये क्या आपकी छड़ी तो टूट गई है दद्दू। कोई नहीं मैं बाबूजी से कहूंगा वो नई छड़ी …
Read More »बिन मांगी सलाह नहीं दूँगा
unsolicited advice
Read More »इंसानियत अभी तक जिंदा है
एक सज्जन रेलवे स्टेशन पर बैठे गाड़ी की प्रतीक्षा कर रहे थे तभी जूते पॉलिश करने वाला एक लड़का आकर बोला~ ‘‘साहब! बूट पॉलिश कर दूँ ?’’ उसकी दयनीय सूरत देखकर उन्होंने अपने जूते आगे बढ़ा दिये, बोले- ‘‘लो, पर ठीक से चमकाना।’’ लड़के ने काम तो शुरू किया परंतु अन्य पॉलिशवालों की तरह उसमें स्फूर्ति नहीं थी। वे बोले~ …
Read More »बेटी में बहू के संस्कार डाले
एक वकील साहब ने अपने बेटे का रिश्ता तय किया..कुछ दिनों बाद वकील साहब होने वाले समधी के घर गए! तो देखा कि होने वाली समधन खाना बना रही थीं!सभी बच्चे और होने वाली बहू टी वी देख रहे थे!वकील साहब ने चाय पी कुशल जाना और चले आये! एक माह बाद वकील साहब समधी जी के घर फिर गए! …
Read More »ईश्वर बहुत दयालु है
एक राजा का एक विशाल फलों का बगीचा था। उसमें तरह-तरह के फल होते थे। उस बगीचे की सारी देखरेख एक किसान अपने परिवार के साथ करता था। वह किसान हर दिन बगीचे के ताज़े फल लेकर राजा के राजमहल में जाता था ! एक दिन किसान ने पेड़ों पे देखा नारियल अमरुद, बेर, और अंगूर पक कर तैयार हो …
Read More »कठिन परिस्थिति बीत गयी
ऑपरेशन होने के बाद नर्स, देव की मां को स्टेचर पर लिटाकर आई सी यू रूम की ओर ले जा रही है घंटे भर से प्रतीक्षारत देव अम्मा-अम्मा पुकार कर दौड़ते हुए, नर्स को रोकने का असफल प्रयास करता है। उसी उहाफोह में उसने शून्य सी पड़ी मां की एक झलक पा लेता है। पर मां की ओर से कोई …
Read More »कौन मां है और कौन बेटी है
एक बार एक राजा के महल में एक व्यापारी दो गायों को लेकर आया। दोनों ही स्वस्थ, सुंदर व दिखने में लगभग एक जैसी थीं। व्यापारी ने राजा से कहा- “महाराज! ये दोनों गायें माँ – बेटी हैं, परन्तु मुझे यह नहीं पता है कि दोनों में माँ कौन है और बेटी कौन है। मैं इसलिए नहीं जान पाया क्योंकि …
Read More »पुरुषोतम मास /अधिक मास माहात्म्य अध्याय – 2
सूतजी बोले– राजा परीक्षित के पहुंचने पर भगवान शुकदेवजी द्वारा कथित पुण्यप्रद श्रीमद् भागवत कथा, श्री शुकदेवजी जी के द्वारा सुनकर, तथा राजा का मोक्ष देखकर, अब मै यहां यज्ञ करने के लिए उद्यत ब्राह्मणों को देखने के लिए आया हूँ… अब यहां यज्ञ में दीक्षा लिए हुए ब्राह्मणों का दर्शन कर मैं कृतार्थ हुआ। ऋषि बोले:- हे साधो! अन्य …
Read More »भारत में मैंगोस्टीन की खेती: नए तरीके से लाभ कैसे हो रहा है
अगर आप खेती करने की सोच रहे हैं तो ऐसे में मैंगोस्टीन की खेती कर सकते हैं और कम समय में अच्छा लाभ कमा सकते हैं भारत में कृषि का रूप बदलता जा रहा है, पारंपरिक खेती के अलावा नई फसलों में भी हाथ आजमाया जा रहा है. ऐसे में आपको मैंगोस्टीन फल की जानकारी दे रहे हैं. मैंगोस्टीन फल …
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