कान्हा छेड़े मत दूर हट लेराधा रूसे मत रूसे मत बात करले राधा मुंदरी दवा दू तने पेहन के दिखामने मुंदरी न चाहिए इसे परे ने हटा,राधा ऐसे न पटे गी कान्हा ऐसे न पटा, तेरी प्याल घड़ाई राधा पेहन के दिखामने पायल न चाहिए इसे परे ने हटा,राधा ऐसे न पटे गी कान्हा ऐसे न पटा, मैं मुरली बजाऊ …
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नवल रसिया हो नवल रसिया
नवल रसिया के मई रंग मे रंग जौंगी रंग मे रंग के मगन हो जौंगी नवल रसिया हो नवल रसिया नवल रसिया हो नवल रसिया नवल रसिया के मई रंग मे रंग जौंगी रंग मे रंग के मगन हो जौंगी नवल रसिया हो नवल रसिया नवल रसिया हो नवल रसिया कान्हा मेरो रस का सागर खाली मेरे मॅन की गगर …
Read More »कान्हा रे
कान्हा रे तू तो मुझको जाने तू तो सब कुछ जाने मैं तो नाचूंगी मैं तो गाऊँगी तेरी मुरली की धुन सुन नाचूंगी तेरी मुरली की धुन सुन गाऊँगी मैं तो नाचूंगी तन और मन के भक्ति योग से मैं बनी संवरिया तन और मन के कर्म योग से मैं बनी बंसुरिया कान्हा रे तू चाहे तो बजा ले कान्हा …
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