घर आवो मेरे घर आवो, तेरे मैं दर्शन पाऊं, भवानी मेरे घर आवो आवो जी आवो ना देरी लगाओ तेरे मैं बलि बलि जाऊं , भवानी मेरे घर आवो चनदन की चौंकी बनवाऊँ फूलो से श्रृंगार करौं शंख और घड़ियाल बजाऊं रूचि रूचि भोग लगाउन, भवानी मेरे घर आओ पहन के आना सुहा सुहा बाना वीर लौन्कडे को संग …
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आए जो माँ के दरवार, पाए वो माता का प्यार
आए जो माँ के दरवार, पाए वो माता का प्यार जीवन के कष्टों से छूटे हो जाए भवपार मैया तुझसा है कोई कहाँ है पर्वत पे मैया ने आसन जमाया, अजब रूप ये माँ ने जग को दिखाया । जब सज गई लाल रंग में भवानी, तिलक बीच माथे पे माँ ने सजाया, अनूठे ढंग से सजी मेरी माँ ॥ …
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