एक दिन दही मथकर माखन निकाल रहीं थीं। अचानक मां को आनन्द देने के लिए बलराम और श्याम उनके निकट पहुंच गए। कन्हैया ने मां की चोटी पकड़ ली और बलराम ने मोतियों की माला- दोनों मां को अपनी तरफ खींचने का प्रयास करने लगे। बलराम कहते थे, मां तुम पहले मेरी सुनों! और कन्हैया कहते थे कि नहीं, मां …
Read More »Tag Archives: माखन
छोटी सी किसोरी मेरे अंगना मे डोले रे
पौन मई पायलिया बजे, झूम-झूमा झूम बोले रे मैने वेस पूछी लाली, कौन टेयरो नाम रे मैने वेस पूछी लाली, कौन टेयरो नाम रे हस-हस के बटावे वोटो, हस ————2 राधा मेरो नाम रे.. छोटी ———— मैने वेस पूछी लाली कौन तेरे गौण रे मैने वेस पूछी लाली, कौन टेयरो गौण रे मिटी-मिटी बोले मोसे, बरसानो मेरे गौण रे छोटी …
Read More »चिट चोर मेरो माखन काए गयो री
चिट चोर मेरो माखन काए गयो री ओह कायो गयो री मुस्काये गयो री डेखो ओह हुमारे भिच मे लाला कनाईया अपनी पूरी माडाली के साथ आ गये चिट चोर मेरो माखन काए गयो री ओह कायो गयो री मुस्काये गयो री ओह कायो गयो री मुस्काये गयो री ओह चिट चोर मेरो माखन काए गयो री चिट चोर मेरो …
Read More »मैया मोरी मैया मोरी
मैया मोरी, मैं नही माखन खायो भोर भयो गैइयाँ के पाचे, मधुवन मोहि पतायो . चार प्रहार वंशिवात भटाकयो, सांज परे घर आयो .. .. मैया मोरी ………. 1 .. मैं बालक बहियाँ को चोटो, चिंको कीड़ी विधि पयो . ग्वाल बाल सब बैर परे हैं, बरबस मुख लपतायो .. .. मैया मोरी ………. 2 .. तू जननी मान किी …
Read More »नवल रसिया हो नवल रसिया
नवल रसिया के मई रंग मे रंग जौंगी रंग मे रंग के मगन हो जौंगी नवल रसिया हो नवल रसिया नवल रसिया हो नवल रसिया नवल रसिया के मई रंग मे रंग जौंगी रंग मे रंग के मगन हो जौंगी नवल रसिया हो नवल रसिया नवल रसिया हो नवल रसिया कान्हा मेरो रस का सागर खाली मेरे मॅन की गगर …
Read More »जागो वंशीवारे ललना जागो मोरे प्यारे
जागो वंशीवारे ललना जागो मोरे प्यारे रजनी बीती भोर भयो है , घर घर खुले किवारे , गोपी दही मथत सुनियत है कंगना के झनकारे !! जागो वंशीवारे ललना जागो मोरे प्यारे उठो लालजी भोर भयो है सुर नर ठाढे द्वारे , ग्वाल बाल सब करत कुलाहल ,जय जय शब्द उचारे !! जागो वंशीवारे ललना जागो मोरे प्यारे माखन रोटी …
Read More »