मंगल मूरति मारुती नंदन सकल अमंगल मूल निकंदन पवन तनय संतन हितकारी हृदय विराजत अवध बिहारी मात पिता गुरु गणपत शारद शिवा समेत शभु सुक नारद चरण बंदी बिनवौ सब काहू देहु राम पद नेह निबाहू बन्दहुँ राम लखन बैदेही यह तुलसी के प्रमा सनेही mangal moorati maarutee nandan sakal amangal mool nikandan pavan tanay santan hitakaaree hrday viraajat …
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बुधवार को करें भगवान गणेश की पूजा!
श्री गणेश को सभी दुखों का पालनहार माना जाता है। गणेश जी को भौतिक, दैहिक और अध्यात्मिक कामनाओं के सिद्धि के लिए सबसे पहले पूजा जाता है। वे भक्तों की बाधा, संकट, रोग-दोष तथा दरिद्रता को दूर करते हैं। इसलिए इन्हें गणाध्यक्ष और मंगलमूर्ति कहा जाता हैं। शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि श्री गणेश जी विशेष पूजा का …
Read More »आरती श्री रामायणजी की
आरती श्री रामायणजी की आरती श्री रामायणजी की . कीरति कलित ललित सिय पी की .. गावत ब्रह्मादिक मुनि नारद . बालमीक बिग्यान बिसारद .. सुक सनकादि सेष और सारद . बरन पवन्सुत कीरति नीकी .. गावत बेद पुरान अष्टदस . छओं सास्त्र सब ग्रंथन को रस .. मुनि जन धन संतन को सरबस . सार अंस सम्म्मत सब ही …
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आरती श्री रामायणजी की
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