शांता के घर में पूरी बुजुर्गों की टोली बैठी थी और शांता बड़ी खुशी- खुशी उन्हें बड़े प्रेम के साथ चाय-नाश्ता करा रही थी ।यह सारे लोग साथ में मॉर्निंग वॉक करते ,योगा करते तथा साथ में हंसते- बोलते और छोटी मोटी पार्टियाँ कर मस्ती करते रहते थे। एक समय ऐसा था जब शांता और उसके पति इस बुजुर्ग टोली …
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चौराष्टकम्
पुरुषोत्तम मास या अधिक मास या मल मास एक विशेष महीना है जो लगभग हर 3 साल में आता है। यह मास भगवान श्रीकृष्ण को अत्यंत प्रिय है।
Read More »har janam me saware ka saath chahiye,sar pe mere nath tera hath chahiye -bhajan
हर जनम में सँवारे का साथ चाहिए,सर पे मेरे नाथ तेरा हाथ चाहिए|सिलसिला ये टूटना नहीं चाहिए,मुझको बस इतनी सी सौगात चाहिए|| मेरी आंखों के तुम तो तारे हो,जान से ज्यादा मुझे प्यारे हो|रूठे सारी दुनिया, तुम रूठना नहीं,मुझको तेरे प्यार की बरसात चाहिए|| मेरी दुनिया को तुम बसाये हो,मेरी सांसो में तुम समाये हो|दिन में साथ साथ तुम रहो …
Read More »shyam savere dekhu tujhko,kitna sundar rup h – bhajan
श्याम सवेरे देखु तुझको कितना सुंदर रूप है, तेरा साथ ठंडी छाया बाकी दुनिया धूप है| जब जब भी इसे पुकारू मै ,तस्वीर को इसकी निहारू मै , ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने…… खुश हो जाएगर सावरिया किस्मत को चमका देता, हांथ पकडले अगर किसी का जीवन धन्यबना देता,| यह बातें सोच विचारू मै तस्वीर को इसकी …
Read More »Dena ho to dijiye janam janam ka sath,mere sar pe rakh do baba apne dono hath – bhajan
देना हो तो दीजिए जनम – जनम का साथ ,अब तो कृपा कर दीजिए, मेरे सर पर रख बनवारी अपने दोनों यह हाथ ॥देने वाले श्याम प्रभु से धन और दौलत क्या मांगे .श्याम प्रभु से मांगे तो फिर नाम और इज्ज़त क्या मांगे ,मेरे जीवन में अब कर दे तू कृपा की बरसात ॥ श्याम तेरे चरणों की …
Read More »मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में
मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में .. जो सुख पाऊँ राम भजन में सो सुख नाहिं अमीरी में मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में .. भला बुरा सब का सुन लीजै कर गुजरान गरीबी में मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में .. आखिर यह तन छार मिलेगा कहाँ फिरत मग़रूरी में मन लाग्यो मेरो यार फ़कीरी में .. प्रेम नगर …
Read More »संसार में किस तरह के इन्सान को मुक्ति मिलती है
एक महात्मा था, उनके एक शिष्य ने सवाल किया कि संसार में किस तरह के इन्सान को मुक्ति मिलती है ? महात्मा अपने शिष्य को तेज बहाव की नदी पर लेकर गये और जाल डालकर मछलियों को पकडने के लिए कहा। शिष्य ने नदी में जाल फेंका और कुछ मछलियाँ जाल में फंस गई।फिर महात्मा ने शिष्य से सवाल किया …
Read More »अब कर दो नाम दीवाना
मन साथ सदा परवाना, कर किरपा करम छड़ना , कर किरपा करम छड़ना जी,अब कर दो नाम दीवाना । सूरत चढ़े सुने धुन ताना, मन मारो करो निशाना, मन मारो करम निशाना जी,अब कर दो नाम दीवाना, सब छूटे बाण कमाना, सत-शब्द मिले ढृढ़ ताना, सत-शब्द मिले ढृढ़ ताना जी,अब कर दो नाम दीवाना, कोई करे ना मेरी हाना, मोहे …
Read More »रघुवीर तुम्हारे मन्दिर में मै भजन सुनाने आया हूँ
रघुवीर तुम्हारे मन्दिर में मै भजन सुनाने आया हूँ । घनश्याम के चरणों में मै दर्शन करने आया हूँ ॥ टेक ॥ अंतरा भक्ति प्रभु की करता हुं मै गीत प्रभु के गाता हूँ । बेडा पार प्रभु से होता है तो मै गुण प्रभु के ही गाता हूँ ॥ राम नाम की महिमा का मै सत्संग सुनाने आया हूँ …
Read More »राम भजन कर मन
राम भजन कर मन, ओ मन रे कर तू राम भजन। सब में राम, राम में है सब, तुलसी के प्रभु, नानक के रब्ब। राम रमईया घट घट वासी, सत्य कबीर बचन॥ राम नाम में पावत पावन, रवि तेज्योमय चन्द्र सुधा धन। राम भजन बिन ज्योति ना जागे, जाए ना जीय की जरन॥ नाम भजन में ज्योति असीमित, मंगल दीपक …
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