श्रीसूत जी बोले – मुनियो ! अब मैं कल्प के अनुसार सैकड़ों मन्वंतरों के अनुगत ईश्वर संबंधी कालचक्र का वर्णन करता हूं । सृष्टि के पूर्व यह सब अप्रतिज्ञात स्वरूप था । उस समय परम कारण, व्यापक एकमात्र रुद्र ही अवस्थित थे । सर्वव्यापक भगवान ने आत्मस्वरूप में स्थित होकर सर्वप्रथम मन की सृष्टि की । फिर अंहकार …
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भक्त का अद्भुत अवदान
कीचड़ से जैसे कमल उत्पन्न होता है, वैसे ही असुर जाति में भी कुछ भक्त उत्पन्न हो जाते हैं । भक्तराज प्रह्लाद का नाम प्रसिद्ध है । गयासुर भी इसी कोटिका भक्त था । बचपन से ही गया का हृदय भगवान विष्णु के प्रेम में ओतप्रोत रहता था । उसके मुख से प्रतिक्षण भगवान के नाम का उच्चारण होता रहता …
Read More »नवरात्र व्रत की कथा
प्राचीन काल में एक सुरथ नाम का राजा हुआ करता था । उसके राज्य पर एक बार शत्रुओं ने चढ़ाई कर दी । मंत्री गण भी राजा के साथ विश्वासघात करके शत्रु पक्ष के साथ जा मिले । मंत्जिसका परिणाम यह हुआ कि राजा परास्त हो गया, और वे दु:खी और निराश होकर तपस्वी वेष धारण करके वन में ही …
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प्राचीन काल में एक सुरथ नाम का राजा हुआ करता था । उसके राज्य पर एक बार शत्रुओं ने चढ़ाई कर दी । मंत्री गण भी राजा के साथ विश्वासघात करके शत्रु पक्ष के साथ जा मिले । मंत्जिसका परिणाम यह हुआ कि राजा परास्त हो गया, और वे दु:खी और निराश होकर तपस्वी वेष धारण करके वन में ही …
Read More »मुक्ति के लिये साधन की आवश्यकता
भगवान सर्वज्ञ हैं, सब कुछ जानते हैं, परंतु किसकी मुक्ति होगी इसको भगवान भी पहले से नहीं जानते हैं, यदि पहले से ही जान जाएं तो प्रयत्न की क्या आवश्यकता है ? भगवान तो जानते हैं फिर प्रयत्न क्या हो ? यह बात नहीं कि भगवान जान नहीं सकते, जीवों को अवसर दिया है, यदि भगवान निश्चित कर दें कि …
Read More »तिथियों और नक्षत्रों के देवता तथा उनके पूजन का फल
विभाजन के समय प्रतिपद् आदि सभी तिथियां अग्नि आदि देवताओं को तथा सप्तमी भगवान सूर्य को प्रदान की गई। जिन्हें जो तिथि दी गई, वह उसका ही स्वामी कहलाया। अत: अपने दिन पर ही अपने मंत्रों से पूजे जाने पर वे देवता अभीष्ट प्रदान करते हैं। सूर्य ने अग्नि को प्रतिपदा, ब्रह्मा को द्वितीया, यक्षराज कुवेर को तृतीया और गणेश …
Read More »बाला गोपाला नीला मेघा श्याम्
नंदा हारे हरी ब्रह्मा हमारे घन श्यामा हमारे घन श्याम मेरा प्यारा घन श्याम गोविंदा हरी गोपाला हरी गोवर्धना गिरिधारी श्यामा सुंदरा मदाना मोहना बृंदावाना गिरिधारी बृंदावाना विहारी गोवर्धना गिरिधारी गोवर्धना गिरिधारी गोवर्धना गिरिधारी गोवर्धना -3 गिरिधारी गिरिधारी….. [To English wish4me] Nanda Hare Hari Brahma Hamare Ghan Shyama Hamare Ghan Shyam Mera Pyara Ghan Shyam Govinda Hari Gopala Hari Govardhana …
Read More »बाला गोपाला नीला मेघा शयम्
नंदा हारे हरी ब्रह्मा हमारे घन श्यामा हमारे घन श्याम मेरा प्यारा घन श्याम गोविंदा हरी गोपाला हरी गोवर्धना गिरिधारी श्यामा सुंदरा मदाना मोहना बृंदावाना गिरिधारी बृंदावाना विहारी गोवर्धना गिरिधारी गोवर्धना गिरिधारी गोवर्धना गिरिधारी गोवर्धना -3 गिरिधारी गिरिधारी….. [To English Wish4me] Nanda Hare Hari Brahma Hamare Ghan Shyama Hamare Ghan Shyam Mera Pyara Ghan Shyam Govinda Hari Gopala Hari Govardhana …
Read More »ओम गुरु ओम गुरु
ओंकारा गुरु तावशरनाम सुखाकर शूबाकर हे परमेश्वरा ब्रह्मपारपार तावशरनाम ओम गुरु ओम गुरु… नामामी ब्रह्मा नामामी विष्णु नामामी शंकर भाया हरनाम ओम गुरु… चिदानंदा गुरु चिट्सवरूपा गुरु शंकारा सदगुरु तावशरनाम ओम गुरु ओम गुरु… [To English wish4me] Omkara Guru tavasharanam Sukhakar shubakar hey parameshwara Brahmaparapar tavasharanam Om Guru Om Guru… Namami Brahma Namami Vishnu Namami Shankar bhaya haranam Om …
Read More »शिओहां शिओहां शिवा स्वरूपांहं
शिवोऽहम शिवोऽहम सच्चिदानन्दोंऽहम शिवोहं शिवोहं शिव-स्वरूपोहं नित्योहं शुद्धोहं बुद्धोहं मुक्तोहं शिवोहं शिवोहं शिव-स्वरूपोहं अद्वैतं-आनंद रूपं अरूपं ब्रह्मोहं ब्रह्मोहं ब्रह्म-स्वरूपोहं चिदोहं चिदोहं सच्चिदानंदोहं शिवोहं शिवोहं शिव-स्वरूपोहं नित्योहं शुद्धोहं बुद्धोहं मुक्तोहं शिवोहं शिवोहं शिव-स्वरूपोहं [To English wish4me] shivohan shivohan shiv-svarupohan nityo mhan shuddhodhanan buddhido mukhtouddhan shivohan shivohan shiv-svarupohan advaitam-aanand roop aroopam brahmoh brahmoh brahm-svaroopam chidohan chidohan sachchidaanandohan shivohan shivohan shiv-svarupohan …
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