शिवपुराण में कथा है कि ब्रह्माजी के आदेशानुसार भगवान शंकर को वरण करने के लिए पार्वती ने कठोर तप किया था। ब्रह्मा के आदेशोपरांत महर्षि नारद ने पार्वती को पंचाक्षर मंत्र ‘शिवाय नमः’ की दीक्षा दी। दीक्षा लेकर पार्वती सखियों के साथ तपोवन में जाकर कठोर तपस्या करने लगीं। उनके कठोर तप का वर्णन शिवपुराण में आया है। माता-पिता की …
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Bhagavad Gita :अध्याय 11 श्लोक 11 – 43 ,
आप इस चर तथा अचर सम्पूर्ण दृश्यजगत के जनक हैं । आप परम पूज्य महान आध्यात्मिक गुरु हैं । न तो कोई आपके तुल्य है, न ही कोई आपके समान हो सकता है । हे अतुल शक्ति वाले प्रभु! भला तीनों लोकों में आपसे बढ़कर कोई कैसे हो सकता है? तात्पर्य भगवान् कृष्ण उसी प्रकार पूज्य हैं, जिस प्रकार पुत्र …
Read More »जय अम्बे गौरी
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरीतुम को निस दिन ध्यावतमैयाजी को निस दिन ध्यावतहरि ब्रह्मा शिवजी .बोलो जय अम्बे गौरी .. माँग सिन्दूर विराजत टीको मृग मद कोमैया टीको मृगमद कोउज्ज्वल से दो नैना चन्द्रवदन नीकोबोलो जय अम्बे गौरी .. कनक समान कलेवर रक्ताम्बर साजेमैया रक्ताम्बर साजेरक्त पुष्प गले माला कण्ठ हार साजेबोलो जय अम्बे गौरी .. केहरि वाहन …
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