Breaking News

Tag Archives: Chalisa

जानिए बजरंग बाण के फायदे

bajrangbaan ke fayde

कलयुग में सबसे चर्चित, प्रभावशाली व शीघ्र फल प्रदान करने वाले हनुमान जी है।हनुमान जी की आराधना करने में नियम, संयम का पालन करना बहुत जरूरी होता है।नियम, संयम में त्रुटि होने पर हनुमान दण्ड अवश्य देते है, इसलिए हनुमान जी की अराधना करने में किसी भी प्रकार का दुव्र्यसन न करें।संकट को हरने वाले हनुमान जी के अनेक रूप …

Read More »

एक सत्य कथा

Hanuman ji

एक सत्य कथा* *हनुमान चालीसा की उत्पत्ति* *यह कहानी नही एक सत्य कथा है* *शायद कुछ ही लोगो को यह पता होगा* *पवन पुत्र हनुमान जी की आराधना तो* *सभी लोग करते है और हनुमान* *चालीसा का पाठ भी करते है, पर इसकी उत्पत्ति कहा और कैसे हुई यह जानकारी बहुत ही कम लोगो को होगी* *बात 1600 ई.की है …

Read More »

श्री हनुमान चालीसा अर्थ सहित

Khate Hai Bhagwan Story

lord-hanuman हम सब हनुमान चालीसा पढते हैं, सब रटा रटाया। क्या हमे चालीसा पढते समय पता भी होता है कि हम हनुमानजी से क्या कह रहे हैं या क्या मांग रहे हैं? बस रटा रटाया बोलते जाते हैं। आनंद और फल शायद तभी मिलेगा जब हमें इसका मतलब भी पता हो। तो लीजिए पेश है श्री हनुमान चालीसा अर्थ सहित!! …

Read More »

हनुमान चालीसा

Mangal Murti Maruti Nandan Story

दोहा श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि । बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ।। बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार । बल बुधि बिद्या देहु मोहि, हरहु कलेस विकार ।। चौपाई जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ।। राम दूत अतुलित बल धामा । अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा ।। महाबीर बिक्रम बजरंगी …

Read More »

श्री राम चंद्रा कृपालु भाजमान हरण भावा भाया डरुणाम

Two friends devotee

श्री राम चंद्रा कृपालु भाजमान हरण भावा भाया डरुणाम नाव कंज लॉकंगन कंज मुख कर कंज पद कंज़रुणाम कंदार्प अगणित अमित च्चवि नाव नील नीरज . पाट पीट मनहू तड़ित रूचि सूची नौमी जनक सुतावर्म सिर मुकुट कुंडल तिलक चारू उदार अंग विभूषनाम आजनुभुज सिर चपडार सन्ग्ऱम जीत खरदूषनाम भाज दीनबन्धु दिनेश दानव दैत्या वंश निकंदनम रघुनंद आनंदकांड कोषलचंद दसरत …

Read More »

हनुमान चालिसा

हनुमान चालिसा आरति कीजै हनुमान लला की आरति कीजै हनुमान लला की . दुष्ट दलन रघुनाथ कला की .. जाके बल से गिरिवर काँपे रोग दोष जाके निकट न झाँके . अंजनि पुत्र महा बलदायी संतन के प्रभु सदा सहायी .. आरति कीजै हनुमान लला की . दे बीड़ा रघुनाथ पठाये लंका जाय सिया सुधि लाये . लंका सौ कोटि …

Read More »