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Tag Archives: Dharma

कुंती का त्याग

पाण्डव अपनी मां कुंती के साथ इधर से उधर भ्रमण कर रहे थे| वे ब्राह्मणों का वेश धारण किए हुए थे| भिक्षा मांगकर खाते थे और रात में वृक्ष के नीचे सो जाया करते थे| भाग्य और समय की यह कैसी अद्भुत लीला है| जो पांडव हस्तिनापुर राज्य के भागीदार हैं और जो सारे जगत को अपनी मुट्ठी में करने …

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Baba Hari Dass

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Baba Hari Dass (Devanagari: बाबा हरि दास); born 26 March 1923 in Almora near Nainital, Uttar Pradesh, now Uttarakhand, India, is a yoga master, a silent monk, and a commentator of Indian scriptural tradition of Dharma and Moksha. He was classically trained in Ashtanga Yoga – Raja Yoga of Patanjali (the Yoga of Eight Limbs), as well as Kriya Yoga, Ayurveda,Samkhya, Tantra Yoga, Vedanta, and …

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देवाहोई ना भिकारी पंदारीचा वारकारी

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देवाहोई ना भिकारी पंदारीचा वारकारी हाँचा माजा नाएमा धर्मा मुकींवित्तलाचाए नामा हएंची माजे उपासना लागाएँ संतांचा चरना आहो तुकामनाए देवा हाएची माजी भोली साएवा [To English wish4me] Devaahoyi Na Bhikaaree Pandareecha Vaarakaree Haamcha Maajaa Naema Dharma Mukeemvittalaachae Naama Haemchi Maaje Upaasanaa Laagaem Santhaanchaa Charana Aho Thukaamanae Devaa Haechi Maajee Bholi Saevaa

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बिना तुमहरे दर्शन के प्रभु

Kaise Chukao En Sanso ka Mol Bhajan

एह जीवन है आज अधूरा मिले टुमरे चरण धूलि प्रभु तो जीवन का, धर्मा हो पूरा एह जनमा तो, ऐसा बिता जैसे चटक, बिन बदल हो –आकिया साधा रही, प्रभु आइसो जैसे सुनी, बिन काजल हो भक्ति बिना है, जीवन आइसो बिना तार के, जस तंबूरा || दर्शन करने को, आकिया है बिन दर्शन के, आकिया कैसी –हरी के द्वार, …

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