बरी देर भाई नंदलाला, तेरी रह टके ब्रिज्बला, ग्वाल बाल इक इक से पुच्छे कहा है मुरली वाला रे. बरी देर भाई नंदलाला, कोई ना जाए कुंजा गली मे, तुझा बिन कालिया चुनने को, तरस रहे है जमुना के तट, धुन मुरली की सुनने को, अब तो दरस दिखड़े मोहन, क्यों दुविधा मे डाला रे. बरी देर भाई नंदलाला, संकट …
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सलाह लें ,पर संभल कर (take advice but be careful)
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है. जो की लोगो के समूह के बीच मे रहता है ,इस समूह मे कई तरह के रिश्तो को वो निभाता है ! कुछ रिश्ते निस्स्वार्थ होते है ,जबकि अधिकतर रिश्तो की नीव स्वार्थ पर टिकी होती है! हम जो professional relation बनाते हैं, वो अधिकतर आदान प्रदान या यो कहें एक से दूसरे को ,और …
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