Breaking News

Tag Archives: famous

हेनरी फोर्ड – HENRY FORD

henry-ford-biography-in-hindi1

हेनरी फोर्ड का जन्म ३० जुलाई १८६३ को अमरीका के मिशिगन प्रान्त की ग्रीन फील्ड टाउनशिप में हुआ था. उनके पिता विलियम फोर्ड एक कृषक थे और माता मेरी फोर्ड एक गृहणी. माता-पिता की छः संतानों में फोर्ड सबसे बड़े थे. हेनरी फोर्ड (Henक बry Ford) एक किसान के बेटे थे. उनके पिता चाहते थे कि वह भी उनकी तरह ही  …

Read More »

कौन ज्यादा मनहूस आप या वो?

  एक नगर में एक व्यक्ति इसीलिए मशहूर हो गया कि उसका चेहरा मनहूस था। ऐसा उस नगर में रहने वाले लोग कहते थे। यह बात जब राजा के पास पहुंची तो इस धारणा पर उन्हें विश्वास नहीं हुआ। राजा ने उस व्यक्ति को अपने महल में रख लिया और सुबह उठते ही उस व्यक्ति का मुंह देखा। इस तरह …

Read More »

संत की संवेदनशीलता

  इटली के असीसी शहर निवासी संत फ्रांसिस का जन्म 12वीं सदी में हुआ था। वह एक प्रसिद्ध व्यापारी के यहां जन्मे थे। लेकिन फ्रांसिस उदार व्यक्तित्व और संवेदनशील व्यक्ति थे। एक दिन फ्रांसिस रेशमी वस्त्र की अपनी दुकान पर बैठे एक धनवान ग्राहक से बातचीत कर रहे थे, तभी उन्हें एक भिखारी ने आवाज दी। लेकिन उन्होंने बातचीत के …

Read More »

कामयाबी के लिए चाहिए नया नज़रिया

एक बालक के मन में नई-नई बातों को जानने की जिज्ञासा थी। उस बालक के मोहल्ले में एक मौलवी रहते थे। एक दिन अब्दुल उन के पास गया और बोला, ‘मै कामयाब बनना चाहता हूं, कृपया बताएं कि कामयाबी का रास्ता क्या है ?’ हंसते हुए मौलवी साहब बोले, ‘बेटा, मै तुम्हें कामयाबी का रास्ता बताऊंगा, पहले तुम मेरी बकरी …

Read More »

गोस्वामी तुलसीदासजी के जीवन के कुछ अनछुए पहलू

There were three children. He used to have special reverence in religion.

गोस्वामी तुलसीदास(1497-1623) एक महान कवि थे। उनका जन्म राजापुर गांव (वर्तमान बांदा जिला) उत्तर प्रदेश में हुआ था। अपने जीवनकाल में तुलसीदास जी ने 12 ग्रन्थ लिखे और उन्हें विद्वान होने के साथ ही अवधी और हिन्दी भाषा के प्रसिद्ध और सर्वश्रेष्ठ कवियों में से एक माना जाता है। कहते हैं कि तुलसीदासजी महर्षि वाल्मीकि का अवतार थे जो मूल …

Read More »

सुखी जीवन का मूलमंत्र

सुखी जीवन का मूलमंत्र

जापान के सम्राट यामातो का एक राज्यमंत्री था। जिसका नाम था ‘ओ-चो-सान’। उसका परिवार सौहार्द के लिए बड़ा प्रसिद्ध था। हालांकि उसके परिवार में लगभग एक हजार सदस्य थे, पर उनके बीच एकता का अटूट संबंध था। सभी सदस्य साथ-साथ रहते और साथ-साथ ही खान खाते थे। फिर उनमें द्वेष कलह की बात ही कहां? ओ-चो-सान के परिवार के सौहार्द …

Read More »

संयम की परीक्षा के लिए चाहिए आत्मसंयम

गुस्से को काबू करने का अचूक उपाय

प्राचीन मिस्र में जुन्नून नाम के एक प्रसिद्ध महान संत हुए थे। प्रसिद्ध मुस्लिम पीर यूसुफ़ हुसैन धर्म की दीक्षा लेने उनके पास पहुंचे। संत ने एक संदूक यूसूफ़ को दे दी और उसे नील नदी के किनारे बसे अपने मित्र को देकर आने के लिए कहा। यूसुफ़ हुसैन उसे लेकर चल पड़े। मार्ग में वे अपनी उत्सुकता को न …

Read More »

इन्होंने असफलता से चखा सफलता का स्वाद

जिंदगी बहुत कुछ कहती है। जरूरत है बस जिंदगी के हर पहलू पर गौर करने की। कुछ लोग इस जिंदगी से न हारते हुए कुछ ऐसा करते हैं जो हमेशा के लिए यादगार और प्रेरक बन जाता है। यहां पर कुछ ऐसे ही चर्चित हस्तियों के बारे में संक्षिप्त में उल्लेख है जिन्होंने पहले असफलता का स्वाद चखा और बाद …

Read More »

कर्म तेरे अच्छे होगें तो भगवान भी तेरा साथ देगें

एक बार देवर्षि नारद अपने शिष्य तुम्बुरु के साथ कही जा रहे थे। गर्मियों के दिन थे एक प्याऊ से उन्होंने पानी पिया और पीपल के पेड़ की छाया में बैठे ही थे कि अचानक एक कसाई वहां से 25-30 बकरों को लेकर गुजरा उसमे से एक बकरा एक दुकान पर चढ़कर घांस खाने के लिए दौड़ पड़ा। दुकान शहर …

Read More »

सहिष्णुता के लिए जरूरी है धैर्य और विनम्रता

GURU AMAR DAS JI सिखों के तीसरे गुरु अमरदास जी के दामाद जेठाजी अत्यंत विनम्र और सहनशील व्यक्ति थे। वे गुरु अमरदास जी की बहुत सेवा करते थे। एक दिन उन्होंने जेठा जी और दूसरे दामाद रामा को एक चबूतरा बनाने के लिए कहा। दोनों ने चबूतरा बना दिया। चबूतरे को देखकर गुरुजी बोले, ‘यह सही नहीं है। दुबारा से …

Read More »