Breaking News

Tag Archives: Human

“वृद्ध क्यों वृद्धआश्रम की ओर अग्रसर”

बरामदे में कुर्सी डालकर बैठे रामनारायण क्यारी में दाना चुगती चिड़ियों को देख रहे थे ! तभी घर के सामने मोटरसाइकिल रुकी ,गणेश आया था ! किसी को लेकर सुकेश उनका बेटा ?अचानक अपने बेटे को आया देख कर पुलकित रामनारायण बाँहे फैला खड़े हो गये !गणेश तो प्रणाम कर चला गया ! और सुकेशपिता का स्नेह आशीष पाने के …

Read More »

उद्देश्यों की पवित्रता से मिलती है महानता

Vashisht-Rishi-History

कान्यकुब्ज देश के राजा कौशिक एक दिन अपने दल-बल समेत आखेट के लिए वन की ओर गए। लौटते समय वशिष्ट ऋषि के आश्रम में कौशिक का ठहरना हुआ। राजा और उनकी विशाल सेना की वशिष्ठ ने भरपूर आवभगत की। कौशिक को आश्चर्य हुआ कि इन घने जंगल में एक त्यागी- तपस्वी ऋषि के पास इतने साधन कहां से आए। पूछने …

Read More »

इंसान का सच्चा धन क्या ???

इंसान का सच्चा धन क्या

असल में यह धन ,बांग्ला -गाडी आदि हमारा सच्चा धन नहीं है। इंसान का सच्चा धन तो असल में कुछ और ही है। चलिए जानते हैं :- एक बार एक शक्तिशाली राजा घने वन में शिकार खेलने चला गया। अचानक ही आकाश में बादल छा गए और मूसलाधार वर्षा होने लगी। सूर्य अस्त होने लगा और धीरे-धीरे अँधेरा छाने लगा। …

Read More »

ऐसे लोग होते हैं ईश्वर

GOD AND MANKIND

एक दिन कन्फ्यूशियस के पास सम्राट ने आकर कहा, ‘राज्य में बेईमानी बढ़ती जा रही है, जहां देखो वहां छल-कपट और धोखेबाजी के दर्शन किए जा सकते हैं। क्या राज्य में ऐसा कोई आदमी होगा, जो सदाचारी और गुणों के देवता की कृपा रखता हो।’ कन्फ्यूशियस ने जबाव दिया, ‘ऐसा व्यक्ति है। एक तो स्वयं आप क्योंकि सत्य को जानने …

Read More »

मानवीय संवेदनाओं को झकझोरती एक दुःख भरी कहानी

मैं थक-हार कर काम से घर वापस जा रहा था। कार में शीशे बंद होते हुए भी..जाने कहाँ से ठंडी-ठंडी हवा अंदर आ रही थी…मैं उस सुराख को ढूंढने की कोशिश करने लगा..पर नाकामयाब रहा। कड़ाके की ठण्ड में  आधे घंटे की ड्राइव के बाद मैं घर पहुंचा… रात के 12 बज चुके थे,  मैं घर के बाहर कार से आवाज …

Read More »

परशु’ प्रतीक है पराक्रम का

parashu-is-the-symbol-of-paramukhi

परशु प्रतीक है पराक्रम का राम पर्याय है सत्य सनातन का। इस प्रकार परशुराम का अर्थ हुआ पराक्रम के कारक और सत्य के धारक। नारायण के छठे अवतार भगवान परशुराम को कभी सही परिप्रेक्ष्य में समझा ही नहीं गया। नारायण ने एक साथ दो अवतार क्यों लिए? ऐसा हिंस्र अवतार!! नारायण को मनुष्य रूप में लेने की क्या अवश्यकता पड़ी? परशुराम …

Read More »

जब पत्नी से हो जाए झगड़ा तो ऐसे मनाएं

जब पत्नी से हो जाए झगड़ा तो ऐसे मनाएं

अरस्तु की पत्नी का स्वभाव बहुत ही झगड़ालू था। वह क्रोधी स्वभाव की महिला थीं, एक शाम अरस्तु काफी देर से घर लौटे । पत्नी का गुस्सा सातवें आसमान था। अरस्तू के घर में कदम रखते ही वह जोर-जोर से पति को भला बुरा कहने लगी। अरस्तू मानव स्वभाव के गहन पारखी थे। उन्होंने गुस्से से भरी पत्नी के वचनों …

Read More »

परमहंस ने बताया सांसारिक बंधनों से ऐसे पाएं छुटकारा

एक बार रामकृष्ण परमहंस नदी के घूम रहे थे। उनके साथ उनके कुछ शिष्य भी थे। रामकृष्ण परमहंस अपने शिष्यों से बातें कर रहे थे। नजदीक ही नदी के किनारे अनेक मछुआरे मछलियां पकड़ रहे थे। कभी मछलियां मछुआरों के हाथ लग जातीं, तो कभी निराशा उनके हाथ लगती। रामकृष्ण परमहंस जाल में फंसी मछलियों की गतिविधियों को बड़े ध्यान …

Read More »

खुश होंगे हनुमान राम राम किए जा

सुबह शाम आठो याम यहीं नाम लिए जा खुश होंगे हनुमान राम राम किए जा लिखा था राम नाम वो, पथ्थर भी तर गए किए राम से जो बैर, जीते जी वो मर गए बस नाम का रसपान, ए इंसान किए जा खुश होंगे हनुमान राम राम किए जा राम नाम की धुन पे नाचे हो कर के मतवाला बजरंगी …

Read More »

मनुष्य की कीमत

लोहे की दुकान में अपने पिता के साथ काम कर रहे एक बालक ने अचानक ही अपने पिता से  पुछा – “पिताजी इस दुनिया में मनुष्य की क्या कीमत होती है ?” पिताजी एक छोटे से बच्चे से ऐसा गंभीर सवाल सुन कर हैरान रह गये. फिर वे बोले “बेटे एक मनुष्य की कीमत आंकना बहुत मुश्किल है, वो तो अनमोल है.” …

Read More »