तेरा शुक्रिया हैं, तेरा शुक्रिया हैं मुझे तुमने दाता बोहट कुछ दिया हैं, तेरा शुक्रिया हैं, तेरा शुक्रिया हैं ना मिलती अगर बरकते आज तेरी, तो क्यट ही ज़माने में औकाड मेरी, (2) तुझी ने मुझे नाथ काबिल किया हैं, तेरा शुक्रिया हैं…….. मुझे हैं सहारा तेरी बॅंडेज का….(2) हैं जिसपर गुज़ारा मेरी ज़िंदगी का… मिला जो मुझे, सब तुझी …
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महात्मा जी की बिल्ली (story of superstition)
एक बार एक महात्माजी अपने कुछ शिष्यों के साथ जंगल में आश्रम बनाकर रहते थें, एक दिन कहीं से एक बिल्ली का बच्चा रास्ता भटककर आश्रम में आ गया । महात्माजी ने उस भूखे प्यासे बिल्ली के बच्चे को दूध-रोटीखिलाया । वह बच्चा वहीं आश्रम में रहकर पलने लगा। लेकिन उसके आने के बाद महात्माजी को एक समस्या उत्पन्न हो …
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