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Tag Archives: opportunity

चुनैतियों पर काबू पाने की सीख देती प्रेरणादायक कहानी

: चुनैतियों पर काबू पाने की सीख देती प्रेरणादायक कहानी

बादल अरबी नस्ल का एक शानदार घोड़ा था। वह अभी 1 साल का ही था और रोज अपने पिता – “राजा” के साथ ट्रैक पर जाता था। राजा घोड़ों की बाधा दौड़ का चैंपियन था और कई सालों से वह अपने मालिक को सर्वश्रेष्ठ घुड़सवार का खिताब दिला रहा था. बादल भी राजा की तरह बनना चाहता था…लेकिन इतनी ऊँची-ऊँची और …

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प्रभू का पत्र [God’s Letter]

Colorful religious krishna janmashtami card background

दोस्तो…………….हम अपने मित्रों और सग्गे सम्बन्धियों को तोह अक्सर ही सन्देश भेजते है। किन्तु आज हम आपको प्रभू के द्वारा लिखा गया एक ऐसा पत्र पढ़ के सुनाएंगे जो उन्होंने अपने एक भगत के लिए लिखा। प्रभू लिखते हैं … मेरे प्रिय… जब तुम सुबह सो कर उठे तो मैं तुम्हारे बिस्तर के पास ही खड़ा था। मुझे लगा की …

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कैसे भारतीय सेना की कमान ब्रिटिश हाथों में जाने से बच गई –

  हमें भारतीय सेना पर हमेशा से ही गर्व रहा है क्योंकि भारतीय सेना में ऐसे लाखों नायक है जो हमेशा देश के लिए प्राण न्योछावर करने तैयार रहते है| हम हैप्पीहिंदी.कॉम पर ऐसे ही एक नायक की कहानी share कर रहें है, जिनकी बदौलत भारतीय सेना की कमान ब्रिटिश हाथों में जाने से बच गई: A STORY OF BRAVE …

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आचार्य बहुश्रुत के शिष्यों की कांटों भरी अंतिम परीक्षा

The final examination of the thorns of Acharya Purshuva's disciples

एक बार गुरुकुल में तीन शिष्यों की विदाई का अवसर आया तो आचार्य बहुश्रुत ने कहा की सुबह मेरी कुटिया में आना। तुम्हारी अंतिम परीक्षा होगी। आचार्य बहुश्रुत ने रात्रि में कुटिया के मार्ग पर कांटे बिखेर दिए। सुबह तीनों शिष्य अपने-अपने घर से गुरु के निवास की ओर चल पड़े। मार्ग पर कांटे थे। लेकिन शिष्य भी कमजोर नहीं …

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Mother & child Relationship

maa

“तुम माँ के पेट में थे नौ महीने तक, कोई दुकान तो चलाते नहीं थे, फिर भी जिए। हाथ—पैर भी न थे कि भोजन कर लो, फिर भी जिए। श्वास लेने का भी उपाय न था, फिर भी जिए। नौ महीने माँ के पेट में तुम थे, कैसे जिए? तुम्हारी मर्जी क्या थी? किसकी मर्जी से जिए? फिर माँ के …

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कुएं का मेंढक

kue ka mandak story

दो टैडपोल एक कुएं में बड़ी मस्ती से घूम रहे थे। दोनों अपनी पूंछ हिलाते और बाकी मेंढकों को अपना खेल दिखाते। उनकी शैतानियाँ देखकर एक वयस्क मेंढक बोला, “जितनी पूंछ हिलानी है हिला लो, कुछ दिन बाद ये गायब हो जायेगी।” “हा-हा-हा…”, ये सुनकर बाकी मेंढक हंसने लगे। दोनों टैडपोल फ़ौरन अपनी माँ के पास गए और उस मेंढक …

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अवसर की पहचान (Recognition of opportunity)

Recognition-of-time

एक बार एक ग्राहक चित्रो की दुकान पर गया । उसने वहाँ पर अजीब से चित्र देखे । पहले चित्र मे चेहरा पूरी तरह बालो से ढँका हुआ था और पैरोँ मे पंख थे ।एक दूसरे चित्र मे सिर पीछे से गंजा था। ग्राहक ने पूछा – यह चित्र किसका है? दुकानदार ने कहा – अवसर का । ग्राहक ने पूछा – …

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