गुरु बिन कौन बतावे बाट बड़ा विकिट यम घाट भ्रान्ति की पहाड़ी, नदिया बीच में अहंकार की लाट । बड़ा विकिट यम घाट… काम क्रोध दो पर्वत ठाड़े, लोभ चोर संघात । बड़ा विकिट यम घाट… मद मक्षर का मेधा बरसत माया पवन बह जाए बड़ा विकिट यम घाट… कहत कबीर सुनो भाई साधो, क्यों तरना यह घाट बड़ा विकिट …
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साईं की नगरिया जाना है रे बन्दे
साईं की नगरिया जाना है रे बन्दे..जाना है रे बन्दे जग नाही अपना,बेगाना है रे बन्दे… जाना है रे बन्दे…जाना है रे बन्दे… साईं की नगरिया जाना है रे बन्दे..जाना है रे बन्दे पत्ता टूटा डारि से, ले गयी पवन उड़ाय, अबकी बिछुड़े ना मिले, दूर पड़ेंगे जाय । माली आवत देख कर कलियन करी पुकार, फुले-फुले चुन लिए काल …
Read More »बजरंगबली तेरा हम दर्श अगर पाएं
बजरंगबली तेरा हम दर्श अगर पाएं । हे राम भक्त तेरे चरणों में लिपट जाए ॥ अनजनी के लाल जग में तेरी महिमा में भारी है । हे पवन पुत्र तुम तो शंकर अवतारी है । बिन देखे तेरी सूरत अब चैन नहीं आए ॥ सूरज ने निगल कर के, बजरंगी कहलाए । लंका को जला कर के सीता की …
Read More »पवन तनय संकट मोचन कल्याण करो
असुर निकंदन भय भंजन कुछ आन करो, पवन तनय संकट मोचन कल्याण करो । भीड़ पड़ी अब भारी हे बजरंगबली, भक्तो के दुःख दूर मेरे हनुमान करो ॥ गयारवे हो रूध्र तुम हो, ले के अवतारी, ज्ञानियो में आप ग्यानी योधा बलशाली । बाल अवस्था में चंचल आप का था मन, सूर्य को तुम खा गए नटखट बड़ा बचपन । …
Read More »पूजा करो हनूमान की बोलो राम राम जी
पूजा करो हनूमान की, बोलो राम राम जी पीला पीताम्बर मेरे राम और लक्ष्मण लाल लंगोट हनुमान जी, राम राम केसर तिलक मेरे राम और लक्ष्मण लाल सिन्दूर हनुमान जी, राम राम खट्टे मीठे मेरे राम और लक्ष्मण चूरमे का लड्डू हनुमान जी, राम राम रावण को मारा मेरे राम और लक्ष्मण लंका जलाई हनुमान जी, राम राम सोने …
Read More »मंगल मूरति मारुतनंदन जय हनुमान
मनोजवम मारुत तुल्य वेगम, जितेंद्रियम बुद्धिमतां वरिष्ठं वातात्मजं वानारायूथ मुख्यम, श्रीराम दूतं शरणम प्रपद्धे || मंगल मूरति, मारुतनंदन, भक्तविभूषण जय हनुमान सकल अमंगल, मूल निकंदन, संकट मोचन जय हनुमान || (जय हनुमान – जय हनुमान ) – २ (जय हनुमान -जय हनुमान, जय हनुमान -जय हनुमान) – २ पवन तनय संतन हितकारी, ह्रदय बिराजत अवधविहारी राम लखन सीता श्री …
Read More »भक्त हनुमान
हनुमान जी महाराज भगवान के परम भक्त थे । उनमें तीन बात विशेष थी – 1. भगवान के चरणों में रहते थे । भगवान को छोड़कर एक क्षण भी अलग नहीं होना चाहते थे । जब भगवान की आज्ञा होती थी, तभी भगवान की आज्ञा पालन के लिये चरणों से अलग होते थे । 2. जब भगवान की आज्ञा हो …
Read More »गुरु चरणाम में बैठ कर
ऐसे आस्यू आए कोटि मेरे कार्मधर्म पवन मुझे बनाए गुरु चरणाम में बस गयो मोछित नमन करू में पल पल नित नित इन चरनाम की महिमा अपारा झरात झरात छूटे संसारा चलत चलावाट जाए हरी चिट नमन करू में पल पल नित नित इन चरनाम को पराई दुर्लभ मोक्षा द्वार ये कहट गुणी सब किशन हुई हरी किरपा बहुइत नमन …
Read More »सुबहा शाम बोल बंदे, कृष्णा कृष्णा कृष्णा
सुबहा शाम बोल बंदे, कृष्णा कृष्णा कृष्णा कृष्णा नाम पवन पवन, कृष्णा नाम प्यारा प्यारा जो ना बोले कृष्णा कृष्णा , जाग में यो हारा हारा मान का माइट अंधियारा, बोल कृष्णा कृष्णा कृष्णा… ||1|| जिसको मिले ना पीरा, सुख ना मराम क्या जाने जो ना ध्याए कृष्णा कृष्णा, नित का धरम क्या माने चाहे अगर उजियारा, बोल कृष्णा कृष्णा …
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