पायो जी मैंने राम रतन धन पायो | वस्तु अमोलिक दी मेरे सतगुरु | कृपा कर अपनायो || जन्म जन्म की पूंजी पाई | जग में सबी खुमायो || खर्च ना खूटे, चोर ना लूटे | दिन दिन बढ़त सवायो || सत की नाव खेवटिया सतगुरु | भवसागर तरवयो || मीरा के प्रभु गिरिधर नगर | हर्ष हर्ष जस गायो …
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भज मन राम चरण सुखदाई
भज मन राम चरण सुखदाई जिहि चरननसे निकसी सुरसरि संकर जटा समाई । जटासंकरी नाम परयो है, त्रिभुवन तारन आई ॥ जिन चरननकी चरनपादुका भरत रह्यो लव लाई । सोइ चरन केवट धोइ लीने तब हरि नाव चलाई ॥ सोइ चरन संत जन सेवत सदा रहत सुखदाई । सोइ चरन गौतमऋषि-नारी परसि परमपद पाई ॥ दंडकबन प्रभु पावन कीन्हो ऋषियन …
Read More »तेरा रामजी करेंगे बेड़ा पार
राम नाम सोहि जानिये, जो रमता सकल जहान घट घट में जो रम रहा, उसको राम पहचान तेरा रामजी करेंगे बेड़ा पार, उदास मन काहे को करे । नैया तेरी राम हवाले, लहर लहर हरि आप सँभाले | हरि आप ही उठावे तेरा भार, उदास मन काहे को करे || काबू में मँझधार उसी के, हाथों में पतवार उसी के …
Read More »कलिओं मे राम मेरा किरणों मे राम है
दोहा: पूजा जप ताप मैं नहीं जानू, मै नहीं जानू आरती | राम रतन धन पाकर के मै प्रभु का नाम पुकारती || कलिओं मे राम मेरा, किरणों मे राम है | धरती गगन मे मेरे प्रभु का धाम है || कहाँ नहीं राम है … प्रभु ही की धूप छाया, प्रभु की ही चांदनी | लहरों की वीना मे …
Read More »देखा लखन का हाल तो श्री राम रो पड़े
देखा लखन का हाल तो श्री राम रो पड़े ।अंगत सुग्रीव जामवंत बलवान रो पड़े ॥ लंका विजय की अब मुझे, चाहत नहीं रही ।मुझमें धनुष उठाने की, ताकत नही रही ।रघुवर के साथ धरती, आसमान रो पड़े ॥ करने लगे विलाप, श्री राम फुटकर ।क्या मै जवाब दूँगा, अयोध्या में लौटकर ।जितने थे मन में राम के, अरमान रो …
Read More »बाला ल्या दे रे संजीवन
थारो राम बिलखै थारी बाट निरखै भाई लाडलो जमीन ऊपर सोय रयो बाला ल्या दे रे संजीवन,मनड़ो रोय रयो नाही कोई दिन देख्यो देखि नाही रात नै बन बन सागे डोल्यो आंधी बरसात में म्हारे कालजे रो कोर सुध खोय रयो बाला ल्या दे रे संजीवन,मनड़ो रोय रयो रघुकुल री आन ताईं लड़यो मेघनाथ स्यूं जुल्मी ने शक्ति मारी धोके …
Read More »कलयुग मे सिद्ध हो देव तुम्ही हनुमान तुम्हारा क्या कहना
कलयुग मे सिद्ध हो देव तुम्ही हनुमान तुम्हारा क्या कहना । तेरी शक्ति का क्या कहना, तेरी भक्ति का क्या कहना 1 सीता की खोज करी तुमने, तुम सात समुन्दर पार गये। लंका को -किया शमशान प्रभु, बलवान तुम्हारा क्या कहना। तेरी शक्ति का क्या कहना, तेरी भक्ति का क्या कहना 2 जब लखन लाल को शक्ति लगी तुम घोलगिर …
Read More »ये वादा तेरे हनुमान का
सूरज को उगने ना दूंगा लक्ष्मण को मरने ना दूंगा ये वादा तेरे हनुमान का-२ सूरज के पास जाके पहले समझाऊंगा मान जाए ठीक नहीं तो मुख में दबाऊंगा छा जाए घोर अँधेरा फिर होगा नहीं सवेरा ये वादा तेरे हनुमान काल का भी काल हूँ मैं नाम से डरेगा बाँध लूँगा मौत फिर कोई ना मरेगा मेरे रामजी उदास …
Read More »अंजनी के लाला हमने तुमसे ये अरज लगाई
अंजनी के लाला हमने तुमसे ये अरज लगाई बेगा सा करलो सुनाई, म्हारी बेगा सा करलो सुनाई रघुवर के बाला तुमने काम बनाए, सीता का पता लगाया, संजीवन लाए। जन-जन के प्यारे, सियाराम के दुलारे, पुजेगी दुनियां सारी चरण तुम्हारे। हमने भी श्री चरणों में, बालाजी अरज लगाई, म्हारी बेगा सा करलो सुनाई॥ अंजनी के लाला हमने तुमसे यह अरज …
Read More »शबरी की प्रेमभक्ति
भगवान श्रीराम के अनन्य भक्तों में एक भील जाति की कन्या भी थी श्रमणा। जिसे बाद में शबरी के नाम से जाना गयाl उसे जब भी समय मिलता, वह भगवान की पूजा- अर्चना करती। बड़ी होने पर जब उसका विवाह होने वाला था तो अगले दिन भोजन के लिए काफी बकरियों की बलि दी जानी थी। यह पता लगते …
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