एक दिन सेवाग्राम में कुछ पहलवान आ पहुंचे और गांधीजी से अपने दो-चार खेल देख लेने का आग्रह करने लगे। गांधीजी ने कहा, ‘एक तो मेरे पास समय नहीं है, दूसरे जो चीज देश के काम नहीं आती, उसे देखने में मेरा मन नहीं लगता। फिर तुम्हें इनाम चाहिए होगा, वह मैं कहां से दूंगा? मेरे पास तुम्हें देने के …
Read More »Monthly Archives: May 2020
यदि यह पुस्तक मिल जाए तो आप क्या करेंगे
एक व्यक्ति का मौत नजदीक आ रही थी, लेकिन वह उस समय रेगिस्तानी रास्ते से कहीं जा रहा था, उस समय उसके पास यमदूत आया। यमदूत को वो पहचान न सका लेकिन वह अच्छा आदमी था, इसलिए उसने यमदूत को पानी पिलाया और कुशलक्षेम पूछी। इसके बाद उस व्यक्ति ने पूछा, ‘तुम कौन हो और मेरे पास क्यों आए हो? …
Read More »मीठी सी शांति चाहिए तो कीजिए धर्मों का अध्ययन
आरिफ सुभानी नाम के एक पक्के दरवेश थे। उन्हें दुनिया की किसी भी वस्तु से मोह नहीं था। पहनने के लिए कपड़ों के अलावा उनकी, अपनी कहलाने वाली कोई भी संपत्ति नहीं थी। शांतिप्रिय और सादगी पसंद होने के कारण उनके विचार दूसरों से मेल नहीं खाते थे। वो मंदिर, मस्जिद में भी कोई भेद नहीं मानते थे। एक बार …
Read More »झूठे हैं ये रिश्ते
एक बार इटली के संत फ्रांसिस के पास एक युवक सत्संग सुनने के लिए आया। संत ने उससे हाल-चाल पूछा, तो उसने स्वयं को अत्यंत सुखी बताया। वह बोला, ‘मुझे अपने परिवार के सभी सदस्यों पर बड़ा गर्व है। मैं उनके व्यवहार से संतुष्ठ हूं।’ संत बोले, ‘तुम्हें अपने परिवार के बेर में ऐसी धारणा नहीं बनानी चाहिए। इस दुनिया …
Read More »बिन लक्ष्य जीवन जैसे बिन पता पत्र
स्वामी विवेकानंद के गुरु का नाम रामकृष्ण परमहंस थ। रामकृष्ण परमहंस जी एक उच्च कोटि के विचारक थे। उन्होंने अपने प्रेरणादायक विचारों से समाज कल्याण में बहुत योगदान दिया। उनके जीवन के बहुत सारे प्रसंग चर्चित है। उनमें सुखी और सफल जीवन के सूत्र छिपे हुए हैं। जिनमे से एक हम आपके सामने परमहंस जी के बताये हुए कुछ अनमोल …
Read More »बचपन के संस्कार ने दिलाया नोबेल
बचपन से पचपन का समय बड़ा ही रोमांचक होता है। लेकिन एक छोटी सी बालिका गौंझा जिसे बचपन में कोई नहीं जानता था, पचपन वर्ष तक आते-आते वह दुनिया के लिए एक मिशाल बन गई। बालिका गौंझा बहुत ही चंचल थी। वह अक्सर लोगों की नकल उतारकर अपनी दोस्तों के मायूस चेहरे पर खुशी की फुहार बिखेर देती थी। एक …
Read More »तो ये थे सबसे बड़े ज्ञानी
यूनान में डेल्फी देवी की बहुत मान्यता है। कहते हैं कि यह देवी लोगों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के सही उत्तर देती हैं। एक बार किसी ने पूछा कि देवी, यूनान में सबसे बड़ा ज्ञानी कौन ? देवी ने उत्तर दिया कि सुकरात। वह आदमी सुकरात के पास गया और बोला डेल्फी देवी ने कहा है कि आप सबसे अधिक …
Read More »रहीम की विनम्रता का अनोखा उदाहरण
कवि रहीम और कवि गंग गहरे मित्र थे। रहीम गरीबों को बड़े पैमाने पर दान दिया करते थे। वे पंक्ति में खड़े लोगों को जब दान देते थे तो अपनी नजरें नीची कर लेते थे। दान लेने वाले कुछ तो एक बार लेकर फिर दोबारा पंक्ति में लग जाते और फिर से दान ले लेते। गंग कवि को यह बड़ा …
Read More »जब पत्नी से हो जाए झगड़ा तो ऐसे मनाएं
अरस्तु की पत्नी का स्वभाव बहुत ही झगड़ालू था। वह क्रोधी स्वभाव की महिला थीं, एक शाम अरस्तु काफी देर से घर लौटे । पत्नी का गुस्सा सातवें आसमान था। अरस्तू के घर में कदम रखते ही वह जोर-जोर से पति को भला बुरा कहने लगी। अरस्तू मानव स्वभाव के गहन पारखी थे। उन्होंने गुस्से से भरी पत्नी के वचनों …
Read More »जो होता है अच्छा होता है
समुद्र के किनारे एक गांव था। जहां अमूमन मछुआरे रहते थे। वह अपनी नावें लेकर दूर-दूर तक गहरे समुद्र की ओर निकल पड़ते। एक दिन ऐसी ही स्थिति में तूफान आ गया। मछुआरों की नावें रास्ता भटक गईं। ऐसे में मछुआरों के परिजन समुद्र किनारे आकर उनके सकुशल की उम्मीद करने लगे। वे सभी दुःखी थे। तभी एक और दुःखद …
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