दोस्तों दिल्ली में ‘चांदनी चौक’ प्रसिद्ध Jain Lal Temple मन्दिर है। ये लगभग 600 साल पुराना मन्दिर है।इसके बारे में कहते हैं। जब क्रूर, बेरहम, औरंगजेब ने इस मंदिर को तोड़ने का आदेश अपने सिपाहियों को दिया तो, ये बात लाला भागमल जी को पता चली, जो बहुत बड़े व्यापारी थे।उन्होंने औरंगजेब की आंखों में आंखे डालकर ये कह दिया …
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समुद्र के किनारे जब एक तेज़ लहर आयी तो एक बच्चे का चप्पल ही अपने साथ बहा ले गयी..
बच्चा रेत पर अंगुली से लिखता है… “समुद्र चोर है” उसी समुद्र के दूसरे किनारे पर एक मछुवारा बहुत सारी मछलियाँ पकड़ लेता है…. वह उसी रेत पर लिखता है…”समुद्र मेरा पालनहार है” एक युवक समुद्र में डूब कर मर जाता है…. उसकी मां रेत पर लिखती है… “समुद्र हत्यारा है” एक दूसरे किनारे एक गरीब बूढ़ा टेढ़ी कमर लिए …
Read More »मुंशी प्रेमचंद की कहानी : पूस की रात!!
हल्कू ने घर आकर अपनी पत्नी मुन्नी से कहा, “घर में जो रुपए रखे हैं उसे ले आओ, सहना आया है, उसे दे देता हूं, ताकि उससे पीछा छूटे।” बरामदे में झाड़ू लगा रही मुन्नी ने पलटकर गुस्से से हल्कू को देखा और बोली, “चार रुपए ही तो बचे हैं घर में, अब वो भी सहना को दे दोगे, तो …
Read More »मुंशी प्रेमचंद की कहानी : पंच परमेश्वर !!
जुम्मन शेख और अलगू चौधरी दो पक्के दोस्त थे। वो हिस्सेदारी में खेती करते थे, यहां तक कि उनका कुछ लेन-देन भी एक साथ होता था। दोनों एक दूसरे पर पूरा विश्वास करते थे। जुम्मन जब हज पर गया, तो अलगू पर अपने घर की जिम्मेदारी छोड़ गया था और जब अलगू बाहर किसी काम से जाता, तो जुम्मन को …
Read More »मुंशी प्रेमचंद की कहानी : धिक्कार!!
बात उस समय की है जब ईरान और यूनान के बीच लड़ाई हो रही थी। ईरानियों का आक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा था और यूनानी कमजोर पड़ रहे थे। आलम ऐसा था कि देश के सारे व्यापार बंद हो चुके थे और सभी युद्ध की तैयारी में जुट गए थे। यहां तक की देश के किसान भी अपने हाथों …
Read More »मुंशी प्रेमचंद की कहानी : एक आंच की कसर!!
पूरी नगरी में श्रीमान यशोदानंद की खूब चर्चा हो रही थी। उनकी कीर्ति के बारे में नगरवासी ही नहीं, बल्कि अखबारों में तक लोग लिख रहे थे। उन्हें बधाई देने के लिए उनके घर के बाहर लोगों की भीड़ जमा थी। यही तो होती है समाज सेवा, जो इंसान को इतना मान-सम्मान दिला दे। ऊंचे विचार के लोग अक्सर ही …
Read More »बुद्धिमान् वानर की कथा!!
हज़ारों साल पहले किसी वन में एक बुद्धिमान बंदर रहता था। वह हज़ार बंदरों का राजा भी था।एक दिन वह और उसके साथी वन में कूदते-फाँदते ऐसी जगह पर पहुँचे जिसके निकट क्षेत्र में कहीं भी पानी नहीं था। नयी जगह और नये परिवेश में प्यास से व्याकुल नन्हे वानरों के बच्चे और उनकी माताओं को तड़पते देख उसने अपने …
Read More »मुंशी प्रेमचंद की कहानी : नैराश्य लीला!!
एक बार की बात है, अयोध्या में एक सम्मानित पंडित रहते थे, जिनका नाम हृदयनाथ था। भले ही उनके पास बहुत धन-दौलत न था, लेकिन वे थोड़े में ही संतोष रखते थे। हालांकि, उनके पास जो कुछ मकान थे, उनसे आने वाले किराए से उनका जीवन गुजर बसर हो जाता था। किराया बढ़ाने के साथ ही उन्होंने एक सवारी खरीद …
Read More »मुंशी प्रेमचंद की कहानी : उद्धार!!
आजकल विवाह से जुड़ी प्रथाएं इतनी चिंताजनक हो गई हैं कि कुछ भी समझना मुश्किल हो जाता है। इसमें सुधार जरूरी है, लेकिन कम ही लोग ऐसा कर पाते हैं। ऐसे कम ही मां-बाप होते हैं, जो सात बेटों के बाद भी एक बेटी होने पर उसे प्यार से रखते हैं। जैसे ही एक बेटी पैदा होती है, वो उसकी …
Read More »मुंशी प्रेमचंद की कहानी : अंधेर!!
मेरे स्वामी को एक साल की सजा मिली है। उनका अपराध सिर्फ इतना था कि तीन रोज पहले जेठ की तेज गर्मी में उन्होने कई राष्ट्र सेवकों की पानी व शर्बत के साथ खातिरदारी की थी। मैं उस दौरान कोर्ट में खड़ी थी। ऐसा लग रहा था मानो कमरे से बाहर खड़े शहर की सभी राजनीतिक चेतना किसी बंदी पशु …
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