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बहादुर कलहंस !!

बहुत पहले, रोम के शासकों को अपनी ताकत पर जरूरत से ज्यादा भरोसा हो गया था। तभी गाउल्स कहलाने वाले डाकुओं ने उन पर हमला कर दिया।  

एक बहादुर सिपाही केपीटोल(जुपिटर के मंदिर) के पीछे खजाने की रक्षा कर रहे थे। गाउल्स ने खड़ी चट्टानों पर चढ़ने की बहुत कोशिश की परंतु असफल हुए।

बाद में उनको केपीटोल का गुप्त रास्ता पता चल गया।   उन्होंने रात में हमले की योजना बनाई। अंधेरे में रोमन सिपाहियों को गर्ल्स के आने का पता नहीं चला,

लेकिन वहाँ रोमन भगवान को बली देने के लिए कलहंस रखी हुई थीं।   कलहंसों ने दुश्मनों को देखा तो ज़ोर से शोर करने लगीं।

उनके शोर ने रोमनवासियों को जगा दिया। वे बहादुरी से गाउल्स के साथ लड़ने लगे। रोमन सेना भी वहाँ आ पहुँची और दुश्मनों को मार भगाया गया।  

रोमन शासक कलहसो से बहुत खुश हुए। उन्होंने फैसला किया कि आगे से उनकी बली नहीं दी जाएगी। उस फैसले को आज भी माना जाता है।

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