करले करले भजन जो उतरना हो पार,
ना तो जीवन की नैया रहेगी मजधार,
हरि नाम बिन पार लगे ना,
और कोई पतवार लगे ना,
देख करके जतन चाहे बन्दे हजार,
कागज की है जीवन नैया
हरि नाम बस इसका खिवैया
ना रटेगा हरी को तो जाएगा हार
बन्दे किसी को ना तू सतना
ना तू किसी के दिल को दुखाना
न करना तू बैर सबसे करना तू प्यार
ना अजमेरिया कुछ भी है तेरा
ये जग जोगी वाला फेरा
ना ये तेरा है घर ना ये तेरी दीवार
आओ बाबा श्याम थाने भजना सु रिझावा सा
भजना सु रिझावा थाने नाच के मनावा सा
आओ बाबा श्याम……
थारो पावन धाम सांवरा , वालो घणो लागे सा
चालो खाटू धाम , हिवड़ा प्यारो म्हाने लागे सा
आओ बाबा श्याम….
राधाजी सेठाणी म्हारी सांवरियो है सेठ सा
फागुन ग्यारस मेलो लागे , प्रेमी झूमे गावे सा
आओ बाबा श्याम……
भोग लगाऊं थाने सांवरा , खीचड़ो जीमाऊ सा
सवामणी को भोग लगाऊं , परदो फेर लगाऊं सा
आओ बाबा श्याम……
थारो लाडको ‘गोपाल’ बाबा दर्शन तो करवाओ सा
महिमा यो “तुषार” गावे , बेड़ो पार लगाओ सा
आओ बाबा श्याम…..