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रविवार व्रत की पूजन विधि, बूढी अम्मा और गाय की कहानी

दोस्तों  इस वीडियो में  रविवार व्रत  करने की विधि क्या है  इस दिन कौन से देवता की पूजा होती है उनकी पूजा किस प्रकार से की जाती है और रविवार के व्रत की कथा क्या है?

सर्व कामनाओं की पूर्ति हेतु रविवार का व्रत बहुत ही श्रेष्ठ माना जाता है इस व्रत की विधि इस प्रकार है|

प्रातकाल स्नान अधि से निर्वर्थ हो स्वच्छ वस्त्र धारण करे संचित होकर परमात्मा का स्नान करें भोजन एक समय ही करें भोजन तथा फलाहार सूर्य के प्रकाश रहते ही कर लेना चाहिए यदि निराहार रहने पर सूर्य छिप जाए तो दूसरे दिन सूर्य उदय हो जाने पर अज्ञा देने के बाद ही
भोजन करें व्रत अंत में सूर्य की कथा सुननी चाहिए व्रत के दिन नमकीन तेल युक्त भोजन कदापि ग्रहण न करें इस व्रत के करने से मान सम्मान बढ़ता है| तथा शत्रुओं का अच्छा होता है आंख के पीड़ा के अतिरिक्त अन्य सब पीड़ा भी इससे दूर हो जाती हैं तो चलिए शुरू करते हैं|रविवार व्रत की कथा तो दोस्तों ये कथा शुरू करने से पहले एक बार सूर्य भगवान की जय बोल दीजिए

बोलो सूर्य देव भगवान की जय

एक बार एक बुढ़िया थी उसका नियम था प्रति रविवार को सबेरे ही स्नान आदि कर पड़ोसन की गाय के गोबर से घर को लीप कर फिर भोजन तैयार कर भगवान को भोग लगाकर स्वयं भोजन करती थी ऐसा व्रत करने से उसका घर धंन धान एवं आनंद से पूरण था इस तरह कुछ दिन बीत जाने पर उसके पड़ोसन विचार करने लगी यह वृद्धा सर्बद्धा मेरी गाय का गोबर लेकर जाती है| इसलिए वह अपनी गाय को घर के भीतर बांधने लगी बुड़िया को गोबर ना मिलने से रविवार के दिन वह अपने घर को ना लिप सके इसलिए उसने ना तो भोजन बनायाऔर ना भगवान को भोग लगाया तथा स्वयं भी उसने भोजन नहीं किया इस प्रकार उसने निराहार व्रत किया रात हो गई और वह भूखी ही सो गई रात में भगवान ने उसे स्वप्न दिया और भोजन ना बनाने और भोग ना लगने का कारण पूछा वृद्धा ने गोबर ना मिलने का कारण बताया तब भगवान ने कहा माता हम तुमको ऐसी ही कह देते हैं जिससे सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं तो क्योंकि तुम हमेशा रविवार को गाय के गोबर से घर लिप कर भोजन बना कर मेरा भोग लगा कर खुद भोजन करती हो इससे मैं खुश होकर तुम को यह वरदान देता हूं तथा अंत समय में मोक्ष देता हू स्वप्न में ऐसा वरदान देकर भगवान अंतर्धान हो गए और जब वृद्धा की आंख खुली तो वह देखती है|
आंगन में एक अति सुंदर गाय और बछड़ा बंधे हुए हैं वह गाय और बछड़े को देखकर अत्यंत प्रसन्न हुई और उनको घर के बाहर बांध दिया वही खाने का चारा डाल दिया जब उसके पड़ोसन ने बुढ़िया के घर के बाहर एक अति सुंदर गाय और बछड़े को देखा तो देश के कारण उसका हृदय जल उठा तथा जब उसने देखा की गाय सोने का गोबर किया हैं तो वह उस गाय का गोबर ले गई और अपने गाय का गोबर उस जगह पर रख गई वह नित्य प्रति ऐसा करती रही और सीधी सीधी बुढ़िया को इसकी खबर नहीं होने दी अब सर्वव्यापी ईश्वर ने सोचा कि चालक पड़ोसन के कर्म से बुड़िया ठगी जा रही है|

भगवान ने संध्या के समय अपनी माया से बड़ी जोर की आंधी चला दी बुढ़िया ने अंधेरी की बह से अपनी गाय को घर के भीतर बांध लिया प्रातः काल उठकर जब वृद्धा ने देखा की गाय ने सोने का गोबर दिया है तो उसके आश्चर्य की सीमा न रही वह प्रतिदिन गाय को घर के भीतर बांधने लग गई उधर पड़ोसन ने देखा कि बुड़िया गाय को घर के भीतर बांधने लगी है और उसके सोने का गोबर उठाने का दाव नहीं चलता तो वह ईशा से जल उठी कुछ उपाय ना देख उसने देश के राजा की सभा में जाकर कहा महाराज मेरे पड़ोस में एक वृद्धा के पास ऐसी गाय है| जैसे राजाओं की योग्य है|

वह रोज सोने का गोबर देती है| आप उस सोने से प्रजा का पालन कीजिए वृद्धा इतने सोने का क्या करेगी राजा ने यह बात सुन अपने दोस्तों को वृद्धा के घर से गाय लाने की आज्ञा दी वृद्धा भगवान को भोग लगा भोजन ग्रहण करने ही जा रही थी| कि राजा के कर्मचारी गाय खोल कर ले गए वृद्धा काफी रोई चिल्लाई किंतु कर्मचारियों के समक्ष कोई क्या कहता उस दिन वृद्धा गाय के वियोग में भोजन ना खा सकें और रात भर रो-रो कर ईश्वर से उन्हें पाने के लिए प्रार्थना करती रही

उधर राजा गाय को देखकर बहुत प्रसन्न हुआ लेकिन सुबह जैसे ही वे उठा सारा महल गोबर से भरा दिखाई देने लगा राजा यह देखकर घबरा गया भगवान ने रात में राजा से सपने में कहा राजा गाय वृद्धा को लौटाने में ही तेरा भला है| उसके रविवार के व्रत से प्रसन्न होकर मैंने उसे गाय दी थी प्रता होते ही राजा ने वृद्धा को बुलाकर बहुत से धन के साथ सम्मानित सही गाय और बछड़ा लुटा दिया उसके पड़ोसन को बुलाकर उचित दंड दिया इतना करने के बाद राजा के महल से गंदगी दूर हो गई| उसी दिन से राजा ने नगर वासियों को आदेश दिया कि राज की अपनी समस्त मनोकामना की पूर्ति के लिए के लिए रविवार को व्रत करो व्रत करने से नगर के लोग सुखी
जीवन व्यतीत करने लगे कोई भी बीमारी तथा प्रकृति का प्रकोप नगर पर नहीं होता था| सारी प्रजा सुख से रहने लगी

बोलिए सूर्य देव भगवान की जय |

Translate in English

Friends, what is the method of fasting Sunday in this video, which god is worshiped on this day, how is he worshiped and what is the story of Sunday fast?

The fast of Sunday is considered to be very good to fulfill all wishes. The method of this fast is as follows.

Take a clean bath in the early morning bath and wear a clean cloth and take a bath in the divine, eat food at one time and the food and fruit should be done only when the sun is light, if the sun is hidden when it is empty, then on the second day the sun rises to give ignorance. Only after
Fasting for meals: Finally, one should hear the story of the sun. Never eat food containing salty oil on the day of fasting, respect is increased by observing this fast. And it is good for the enemies, apart from the suffering of the eye, all other suffering also goes away from this, then let us start. The story of Sunday fast, friends, once start this story, once again say the glory of the Sun God.

Say sun god

Once there was an old lady, her rule was to take bath every morning on Sunday morning, by leaping the house with the cow dung of the neighbor and then preparing food and offering food to the Lord herself and eating it, fasting her house full of wealth and enjoyment In this way, after a few days passed, the neighbor started thinking about it, this old lady takes my cow’s cow dung. So she started tying her cow inside the house, because she could not feed her house on Sunday due to not getting cow dung, so she neither prepared food nor offered food to God and she herself did not eat food, thus she fasted fast. It was night and she slept hungry. In the night, God gave her a dream and asked her the reason for not making food and not indulging, the old woman told her the reason for not getting cow dung, then God said, Mother, we call you like this so that all desires It is fulfilled, because you always eat food on your own by cooking food with cow dung at home and eat it myself, I am happy to give this boon to you and give salvation at the end of my life by giving me such a boon in my dream. They have penetrated and when the old woman’s eye opens, she sees.
An exquisite cow and calf are tied in the courtyard. She was very happy to see the cow and the calf and tied them outside the house and put the same food bait when her neighbor saw an exquisite cow and calf outside the old lady’s house. So because of the country, her heart woke up and when she saw that the cow has dung of gold, she took the cow dung and kept her cow dung at that place, she continued to do this and told the old lady directly about it. Did not let the omnipresent God thought that the driver was being cheated by the actions of the neighbor.

In the evening, God made a loud storm with his Maya, the old lady tied her cow inside the house by the flow of darkness and when she got up early in the morning, she saw that the cow had given the cow dung, then her surprise was not limited. She started tying the cow inside the house every day, and the neighbor saw that the Budiya was tying the cow inside the house and if her claim of lifting the dung of gold did not go on, then she could not get burnt from Isha. I went and said, Maharaj, an old lady in my neighborhood has such a cow. Like kings are worthy.

She gives gold dung every day. Follow the people with that gold, what will the old woman do with so much gold? The king, after hearing this, ordered his friends to bring the cow from the old man’s house, the old woman was going to eat food. That the king’s employees took away the cow and the old woman cried a lot, but what would anyone say in front of the employees that day, the old woman could not eat food in the disconnection of the cow and wept all night praying to God to get them.

On the other hand, the king was very happy to see the cow but as soon as he woke up the whole palace started to appear full of cow dung, the king was terrified to see it. God said to the king in the night in a dream, that the king is good for returning the old lady. Pleased with his Sunday fast, I gave him the cow. As soon as the king got up, the king called the old man and looted the right cow and calf, honored with lots of money, and called his neighbor and gave him the appropriate punishment, after doing so, the mess was removed from the king’s palace. Gone From the same day, the king ordered the people of the city to fast for the fulfillment of all their wishes of the kingdom, fasting on Sunday, the people of the city were happy.
There was no disease and nature outbreak of life started in the city. The whole people started living happily

Say the glory of the Sun God.

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