नीवा होके चल वे रब
नीविया नु मिलदा
नीवी करो तुसी गल वे
रब नीविया नु मिलदा
नीवा होया भगत सुदामा
टूटी जूती ते फाट्या पजामा
श्याम ने ला लिया गल वे
रब नीविया नु मिलदा
नीवा………..
नीवी मीरा भजे गोपाला
राणा ने भेज्या जहर प्याला
बन गया विष अमृत वे
रब नीविया नु मिलदा
नीवा………..
पैसे दा अभिमान ना करिये
हर वेले रब कोलो डरिये
तहियो मिलदा फल वे
रब नीविया नु मिलदा
नीवा………..
निन्दा चुगली कदे ना करिये
हांजी हांजी सबनु करिये
येहो ता गल मुश्किल वे
रब नीविया नु मिलदा
नीवा…………
पूछते हो कैसे पूछते हो कैसे,
चले आएँगे मुरारी कौनसी सुनाए धुन,
लगे उन्हे प्यारी बोल राधे, बोल राधे,
चले आएँगे मुरारी बोल राधे
बोल राधे, बोल राधे चले आएँगे मुरारी,
बोल राधे पूछते हो कैसे
चले आएँगे मुरारी कौनसी सुनाए धुन
लगे उन्हे प्यारी
बोल राधे, बोल राधे चले आएँगे मुरारी
बोल राधे कण कण में बसे गोपाला
वृंदावन का नंदलाला
राधा के प्रेम में, बाँधा है
इस जग का पालनहारा
पावन प्रेम के धागे
पावन प्रेम के धागे
बोल राधे, बोल राधे चले आएँगे मुरारि,
बोल राधे बोल राधे, बोल राधे,
चले आएँगे मुरारी बोल राधे….
यशोदा माँ के घर में,
है श्याम सुंदर का बसेरा
यशोदा मैया के आँगन में
खेले कृष्ण कन्हैयाँ,
यशोदा माँ के घर में
है श्याम सुंदर का बसेरा
बरसाने की गलियों में,
राधा के प्रेम का डेरा,
लगन प्रीत की है लगी,
कान्हा जो प्रेम में भागे,
बोल राधे, बोल राधे,
चले आएँगे मुरारी बोल राधे