मुरलिया राधे से बतलाये
कहेत मुरलिया सुन मेरी बहना
मुरलिया राधे से बतलाये……
हरी बांस की बानी रे मुरलिया
तारो से कस्बाये
मुरलिया राधे से बतलाये…….
बारह छेद की बनी रे मुरलिया
मोतियन से जड़वाए
मुरलिया राधे से बतलाये……
जब रे श्याम ने अधरन धार लायी
सुर और तान सुनाये
मुरलिया राधे से बतलाये……
जबरे श्याम ने जोर से बजायी
सौतन सी मुस्काये
मुरलिया राधे से बतलाये….
घर के धंधे छोडो मेरी बहना
चलो वृंदावन धर्म
मुरलिया राधे से बतलाये……….