जिस का हु मैं उसे अपना बनाना है बांके बिहारी को दिल में वसाना है,
सांसो की लड़ी ना जाने कब टूट जाए
राहो में कोई साथी कहा छुट जाए
किस का भरोसा याहा झूठा जमाना है
बांके बिहारी को दिल में बसाना है……….
यु ही नही हु मैं उसका दीवाना कोई तो रिश्ता है जन्मो पुराना
मैंने तो अब जाके राज ये जाना है
बांके बिहारी को दिल में बसाना है………..
जाके मित्र प्रभु की शरण में
फिर न बडूगा कभी जन्म मरन में
उसकी लगन में मगन सब गाना है
बांके बिहारी को दिल में बसाना है………
बांके बिहारी कृष्ण मुरारी मेरे बारी कहाँ छुपे,
दर्शन दीजो शरण में लीजो,
हम बलहारी कहाँ छुपे।
॥ बांके बिहारी कृष्ण मुरारी..॥
आँख मचोली हमें ना भये,
जग माया के जाल बिछाये,
रास रचा कर बंसी बजा कर,
धेनु चारा कर प्रीत जगा कर,
नटवर नागर निष्ठुर छलिया,
लीला न्यारी कहाँ छुपे।
॥ बांके बिहारी कृष्ण मुरारी..॥
सर्व व्यापक तुम अविनाशी,
जल थल गगन रवि घट बासी,
योग सुना कर रथ को चला कर,
कहाँ खो गए हमको लुभा कर,
गोविन्द गोविन्द मीरा गायी,
गणिका तारी कहाँ छुपे।
॥ बांके बिहारी कृष्ण मुरारी..॥
बांके बिहारी कृष्ण मुरारी मेरे बारी कहाँ छुपे,
दर्शन दीजो शरण में लीजो,
हम बलहारी कहाँ छुपे।
जय जय राधे श्री राधे, श्री राधे राधे,
जय कृष्णा जय कृष्णा कृष्णा।