हो आसा पाय न म पड़ी गया छाला
सुदामा जी कान्हा सी मिलन ख आया
लाकड़ी ख टेक टेक आया
सुदामा जी कान्हा सी मिलन ख आया
फाटली धोती पेरी आया
सुदामा जी कान्हा सी मिलन ख आया……
राधा रूखमणी न चंदन घिसाया
चंदन घिसाया भाई चंदन घिसाया
म्हारा कान्हा न तिलक लगाया
सुदामा जी कान्हा सी मिलन ख आया…..
राधा रूखमणी न चरण धुलाया
चरण धुलाया भाई चरण धुलाया
म्हारा कान्हा न आँसू बहाया
सुदामा जी कान्हा सी मिलन ख आया…..
राधा रूखमणी न भोजन बणाया
भोजन बनाया भाई भोजन बणाया
म्हारा कान्हा न प्रेम सी जिमाया
सुदामा जी कान्हा सी मिलन ख आया…………….