निकुंज में विराजे, घनश्याम राधे राधे ll
हो श्याम राधे राधे, घनश्याम राधे राधे l
निकुंज में विराजे, घनश्याम राधे राधे ll
सिर मोर, मुकुट अधिराजे l
हो क़र कमलों में, कंगणा मनी है l
कानो में, कुण्डलिया सोहे l
हो दो नैनन में, कज़रा बसत है l
श्याम राधे राधे, घनश्याम राधे राधे ll*
निकुंज में विराजे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मुरली वाले की, महफ़िल सजी है l
हो बँसी वाले की महफ़िल सजी है l
हो कमली वाले की, महफ़िल सजी है l
निकुंज में विराजे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
उनकी रहमत का, झूमर सजा है l
हमको महसूस, ये हो रहा है l
हो तेरी महफ़िल में, करुणा भरी है l
निकुंज में विराजे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मेरी झोली, भी सरकार भर दो ll
हो आपने सब की, झोली भरी है ll
निकुंज में विराजे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
राधे राधे,,, श्याम मिलादे,,, llll