मोर बोले, चकोर बोले,
*आज राधा के, नैनो में श्याम डोले -2
श्याम मेरी भीनी भीनी, अँखियों का कज़रा -2
वही मेरी सूनी सूनी, बहियों का गज़रा* -2
हो,,,मेरे जीवन में ll, रस की फुहार बोले*,,,
मोर बोले, चकोर बोले,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
दूर से कन्हईया ने, मुझ को पुकारा -2
मुरली की धुन पे, किया है इशारा* -2
हो,,,मेरे सपनो की ll, वीणा के तार बोले*,,,
मोर बोले, चकोर बोले,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
आज मेरे मन की, लगन रंग लाई -2
प्यार का संदेसा, कृष्ण संग लाई* -2
हो,,,मेरी बगिया में ll, छम छम बहार डोले*,,,
मोर बोले, चकोर बोले,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
आओ बाबा श्याम थाने भजना सु रिझावा सा
भजना सु रिझावा थाने नाच के मनावा सा
आओ बाबा श्याम……
थारो पावन धाम सांवरा , वालो घणो लागे सा
चालो खाटू धाम , हिवड़ा प्यारो म्हाने लागे सा
आओ बाबा श्याम….
राधाजी सेठाणी म्हारी सांवरियो है सेठ सा
फागुन ग्यारस मेलो लागे , प्रेमी झूमे गावे सा
आओ बाबा श्याम……
भोग लगाऊं थाने सांवरा , खीचड़ो जीमाऊ सा
सवामणी को भोग लगाऊं , परदो फेर लगाऊं सा
आओ बाबा श्याम……
थारो लाडको ‘गोपाल’ बाबा दर्शन तो करवाओ सा
महिमा यो “तुषार” गावे , बेड़ो पार लगाओ सा
आओ बाबा श्याम…..