कोई भाव से कोई प्यार से,
बोले जो राधे राधे भाग जग जाएगा,
कोई भाव से, बोले जो राधे राधे,
भाग जग जाएगा….
राधे से जो भी प्रीत लगाले,
मूर्त हृदय में उनकी बसा ले,
राधे से जो भी प्रीत लगाले,
मुरत हृदय में उनकी बसा ले,
फिर श्याम के, घनश्याम के,
फिर श्याम से पहले लगा ले राधे,
भाग जग जाएगा,
कोई भाव से, बोले जो राधे राधे,
भाग जग जाएगा…..
नाम घनशयाम का जो जुबा पे आ जाए,
जन्मों जनमों के पाप मिटाए,
इस लोक से उस लोक के,
भी आगे, भाग जग जाएगा,
कोई भाव से, बोले जो राधे राधे,
भाग जग जाएगा….
बंसी की धुन पे जो जग को नचाएं,
कुलदीप बिजेंद्र गुण उनके गाएं,
सुबह शाम ये आठों ये,
गुण घनश्याम जी का गाकर,
भाग जग जाएगा,
कोई भाव से बोले जो राधे राधे,
भाग जग जाएगा….