मेरी मुरली खो गयी रे ओ राधे रानी क्या करू
एरी कन्हैया लगता है मैया ने तुमको मारा
इसीलिये तो मुरझाया है चेहरा आज तुम्हारा
बंसी मुझको ना मिली तो अपने घर ना जाउं
घर जाउ तो मैया लड़ेगी कैसे गऊ चराऊ
तेरी बैरन बंसी कान्हा मेरी सौतन लागे
अच्छा हुआ तेरा पीछा छूटा मेरे नसीबा जागे
राधे मेरी बंसी लादे तुमको कभी न सताउ
बनवारी मैं बंसी बजाके तुमको नाच देखाऊ,,,,,,,,,,,,
राधा री मुझको पागल बनाया इन निगाहो ने,
लुट लिया दिल तेरी अदाओं ने
राधा री मुझको पागल बनाया इन निगाहो ने,
सुगल सलोने नैना तेरे चमके दीपक जैसे
चंदा चमके जैसे चम चम बिंदिया चमके वैसे
राधा री तुझको केश दिए है घटाओ ने
लुट लिया दिल तेरी अदायो ने
राधा री मुझको पागल बनाया इन निगाहो ने,
करन फूल दोनों कानो के लेते जब हिचकोले
देव लोक की परियो का दिल डग मग डग मग ढोले,
राधा री इनको चंचलता दी है फिज़ाओ ने
लुट लिया दिल तेरी अदायो ने
राधा री मुझको पागल बनाया इन निगाहो ने,
कहे अनाडी पलती कमरिया नागिन सी बल खाए
चाल देख के हंस हंसनी मन अपने शरमाये,
राधा री मोसम बदल दिया है हवाओ ने
लुट लिया दिल तेरी अदायो ने
राधा री मुझको पागल बनाया इन निगाहो ने,