आओ री सुहागन आओ री
यशोदा की गोद भराओ जी
गोद भराओ ऋ मोज मनाओ जी
गोद भराओ ऋ मंगल गाओ ऋ,
आओ री सुहागन आओ री
पुण्ये वान को गरब में आया
आनंद छाओ जेयो हरशाओ
गोद भराओ ऋ मोज मनाओ जी
गोद भराओ ऋ मंगल गाओ ऋ,
आओ री सुहागन आओ री
ललना के आवन पे मोहरे मिलेगे
नेक लिए बिन फिर न टले गे
गोद भराओ ऋ मोज मनाओ जी
गोद भराओ ऋ मंगल गाओ ऋ,
आओ री सुहागन आओ री
नन्द बाबा के भवन उज्यारा आवेगों
ब्रिज में ब्रिज को दुलारों आवो गो
मन मोहन प्रानन प्यारो आवो गो……..