ओ बंदे सब कुछ है तेरे पास
समझ न आया फिर काहे की करता फिरे तलाश,
ओ बंदे सब कुछ है तेरे पास
हीरनो जैसे वन वन ढोले भरता दुःख और तिरास,
अन्दर बस्ती कस्तूरी न होती पूरी आस रे बन्दे
सब कुछ है तेरे पास …….
पल में हसना पल में रोना पल में होए उधास,
हसी कौन सी अंतर मन में पता न तेरे पास रे बंदे
सब कुछ है तेरे पास .,…………
रटने नाम हरी का बंदे जब तक तन में स्वास,
भीतर जागे ज्योत ज्ञान की होये अजब परकाश रे बंदे
सब कुछ है तेरे पास .,………
यह जग दुनिया वाले हमे पागल केहते है
हम अपने सांवरे की मस्ती में रहते है
दीवानो की दुनिया का आलम ही निराला है,
खशियो में तो रोते है मुश्किल में हँसते है,
मिल जाये कोई प्रेमी न हेल्लो न हाय,
हम हर इक्क प्रेमी को राधे राधे कहते है,
कोई धन का पागल है कोई तन का पागल है,
हम पागल सांवरे के बडी शान से कहते है,
गली गली जाके कन्नू भजन सुनाता है,
सब नच नच कान्हा के जैकारे कहते है,,,,,,,,,