बांके बिहारी शरण तिहारी,
हो बांके बिहारी कुञ्ज बिहारी मुरली धर गोवर्धनधारी
बांके बिहारी तेरे द्वारे पे आया
जो भी सुना था वही सब पाया
दर्शन करके तेरा जीवन सफल बनाया,
बांके बिहारी शरण तिहारी,
जन्म जन्म का मैं मर माया
हार के मोहन तेरी शरण में आया,
तुमने बंध छुड़ाया बेडा पार लगाया
बांके बिहारी शरण तिहारी,
दुनिया वाले तेरे द्वारे पे आते
जो कुछ चाहते वही कुछ पाते,
मैं भी द्वार पड़ा हु अपनी जिद पे अड़ा हु
बांके बिहारी शरण तिहारी,
गोवर्धन परिक्रमा लगाऊ
यमुना नहा के तेरे दर्शन पाऊ,
ब्रिज न छोड़ के जाऊ ब्रिज रज शीश लगाऊ
बांके बिहारी शरण तिहारी,,,,,,,,,,,,,,