पूछो हमारे दिल से क्या क्या गुजर रही है
मिलने को यार श्याम से साँसे चल रही है
मैंने तो ये सुना है के दिल्लगी हो करते
फिर भी दीवाने तेरी एक एक अदा पे मरते
व्याकुल ह्रदय में श्याम की आहे पल रही है
बिरानी जिंदगी में बांके बहार आजा
सुनले मेरी पुकारे बस एक बार आजा
विरहा की आग दिल में सदियों से जल रही है
मुझको ये ना खबर थी बर्बाद यु करोगे
चरणों के दास को तुम आबाद यु करोगे
अरे आजाओ प्राण प्यारे मेरी साँसे निकल रही है………….