आनंदा भई मोरे नगरी आज यु आनंदा भई,
मैं यमुना जल भरन गई थी बीच ननदिया झगरी
आज आनंदा भई मोरे नगरी आज यु आनंदा भई,
चाहे न नदियाँ नाचू कुदऊ
पाहिहु न ये काउ दमड़ी,
आज आनंदा भई मोरे नगरी आज यु आनंदा भई,
काहे का बहूजी मोरी जनना जम्यो,
नेग देती पर झगड़ी
आज आनंदा भई मोरे नगरी आज यु आनंदा भई,,,,,,
मेरी झोंपड़ी के भाग, आज खुल जाएँगे,
श्याम आएँगे ll
*श्याम आएँगे आएँगे, श्याम आएँगे ll
मेरी झोंपड़ी के भाग, आज खुल जाएँगे,
श्याम आएँगे ॥
श्याम झूलेंगे तो, पालना झुलाऊँगी l
मीठे मीठे मैं, भजन सुनाऊँगी ll
हो मेरी जिंदगी के ll, सारे दुःख मिट जाएँगे,
श्याम आएँगे l
मेरी झोंपड़ी के भाग,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
श्याम आएँगे तो, आंगना सजाऊँगी l
दीप जलाके मैं, दिवाली मनाऊँगी ll
हो मेरे जन्मो के ll, सारे पाप मिट जाएँगे,
श्याम आएँगे l
मेरी झोंपड़ी के भाग,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मैं तो रूच रूच, भोग लगाऊँगी l
माखन मिश्री मैं, श्याम को खिलाऊँगी ll
हो प्यारी प्यारी राधे ll, प्यारे श्याम संग आएँगे,
श्याम आएँगे l
मेरी झोंपड़ी के भाग,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मेरा जनम, सफल हो जाएगा l
तन झूमेगा और, मन गीत गाएगा ll
हो श्याम सुन्दर मेरी ll, किस्मत चमकाएँगे,
श्याम आएँगे l
मेरी झोंपड़ी के भाग,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
नटखट बँसी वाले, गोकुल के राजा,
मेरी अख्खियाँ, तरस गई अब तो आजा ……………