जन्मे जन्मे कृष्ण मुरार खुशियाँ ही खुशियाँ छाई सब देते आज वधाई
जन्मे जन्मे कृष्ण मुरार
सारे जग में मच गया हल्ला यशोदा जाया लला
देखो झूम उठा संसार कैसी शुभ घड़ियाँ आई
जन्मे जन्मे कृष्ण मुरार
खुशियों का नही ठिकाना झूमे गोकुल बरसाना
सब गाये मंगला चार घर घर में बटी मिठाई
जन्मे जन्मे कृष्ण मुरार
सब फुले नही समाये मस्ती में नाचे गाये,
बचे बूढ़े और नर नार हुई सब के मन की चाही
जन्मे जन्मे कृष्ण मुरार
नन्द बाबा यशोदा मैया नाचे कर ता ता थैया,
देखो कैसी अजब बहार
करे भीम सेन कविताई
जन्मे जन्मे कृष्ण मुरार………..