लोकी पुछदे ने हाल की बना लिया,
कमली वाले ने कमला बना लिया,
श्यामा एक वारी घर मेरे आई वे,
इस कमली दा हाल वेख जाई वे,
मैं ता दिल विच श्याम नु वसा लिया,
कमली वाले ने कमला बना लिया,
मेरा दिल विच आग पी वलदी,
किह्नु खोल के सुनवा श्यामा दिल दी,
मैं ता अपना आप गवा लिया,
कमली वाले ने कमला बना लिया,
मैं ता प्रेम दा प्याले श्यामा पीता,
दिल तेरे हवाले किता,
मैं ता नैना विच श्याम नु वसा लिया,
कमली वाले ने कमला बना लिया………….