आ नहीं पाते दर पे तेरे,
कोई तो मज़बूरी है,
क्या कारण है मुझको बताओ,
उनसे क्यों ये दुरी है,
क्षमा करो उनकी गलती को,
और ना उनको सजा देना,
रोते है जो याद में तेरी,
उनको नहीं भुला देना।।
इतनी कृपा कर दो बाबा,
उनको खाटू बुला लेना,
रोते है जो याद में तेरी…….
तुझको पाकर हम हँसते है,
पर कोने में वो रोते है,
घायल पक्षी के जैसे वो,
जागते है ना सोते है,
उनके विरह की पीड़ा में बाबा,
मरहम आके लगा देना,
रोते है जो याद में तेरी,
उनको नहीं भुला देना।।
हमने सुना है हर फागण में,
सुनते हो बाबा सबकी,
छोटी सी है अर्जी ‘श्याम’ की,
मान लो बाबा अब की,
हो सके तो जाकर उनको,
अपनी झलक दिखा देना,
रोते है जो याद में तेरी,
उनको नहीं भुला देना।।
रोते हैं जो याद में तेरी,
उनको नहीं भुला देना,
इतनी कृपा कर दो बाबा,
उनको खाटू बुला लेना,
रोते है जो याद में तेरी,
उनको नहीं भुला देना……….
Translate in English
Can’t come at your rate,
Someone is helpless,
What is the reason, tell me,
why is this distance from them,
Sorry for their mistake,
And don’t punish them,
Those who cry in remembrance of you,
don’t forget them.
Baba so kindly,
call them Khatu,
Those who cry remember Me teri…….
We laugh after seeing you,
But in the corner he cries,
Like a wounded bird,
He doesn’t wake up or sleep,
Baba in the pain of his separation,
Applying ointment,
Who weeps in your memory,
Do not forget them.
We have heard in every phase,
Listen to everyone’s Baba,
It is a small request of ‘Shyam’,
Suppose Baba is now,
If possible, go to him,
Show your glimpse,
The ones who cry in your memory,
don’t forget them.
Those who cry in remembrance of you,
don’t forget them,
Baba so kindly,
call them Khatu,
Cry those who remember you,
not them To forget………..