एक दिन एक बैल के पीछे एक शेर पड़ गया। काफी देर तक बैल भागता रहा और अंतत: उसे एक गुफा दिखाई दी। वह झट से गुफा में घुस गया। गुफा में एक बकरी रहती थी।
उसने बैल को गुफा से बाहर निकलने का आदेश दिया और सींगों से उसे बाहर की ओर धकेलने लगी। बैल बोला, “एक शेर मेरा पीछा कर रहा है और मैंने उससे बचने के लिए यहाँ शरण ली है।
जैसे ही वह निकल जाएगा, मैं भी यहाँ से चला जाऊंगा।” बकरी ने उसकी एक नहीं सुनी और उसे सींग मारते हुए बोली, “मैं कुछ नहीं जानती, बस तुम यहाँ से निकल जाओ।”
बैल जब बकरी को समझाते-समझाते थक गया तो बोला, “मैं तुम्हारी बदतमीजी सहन कर रहा हूँ तो यह मत समझना कि मैं तुमसे डरता हूँ। इस शेर को यहाँ से निकल जाने दो, उसके बाद तुम्हें बताऊंगा कि मैं कितना बड़ा और ताकतवर हूँ।”
Moral of Story
शिक्षा: मुसीबत के समय दूसरों की मदद करनी चाहिए, न कि उन्हेंअनावश्यक रूप से परेशान करना चाहिए।