एक समय की बात है, रोहन नाम का एक गरीब लड़का, एक छोटे शहर में रहता था। वह पढ़ाई में बहुत होशियार था एक दिन उसके विज्ञान के टीचर ने उसे पुच्छल तारों के बारे में बताया।
उसने अपने टीचर से कहा कि वह एक पुच्छल तारा देखना चाहता है। टीचर ने उसे कहा- ‘ खेत में, अंधेरा होने पर जाना और देखना।” अगले दिन उसने रोहन से पूछा- “क्या तुमने पुच्छल तारा देखा?”
रोहन ने जवाब दिया-“नहीं, मैं नहीं देख पाया।” टीचर ने पूछा- “तुमने उसे कहाँ ढूँढा।” रोहन ने जवाब दिया- “हर जगह-पेड़ के नीचे, गोभी की क्यारियों में, मटर की क्यारियों में। सर! वह वहाँ था ही नहीं वरना मुझे ज़रूर नज़र आता
मैं अपने साथ लालटेन भी ले गया था। हो सकता है, लालटेन बुझ गई हो इसलिए मैं पुच्छल तारा नहीं देख पाया।” टीचर उसके भोलेपन पर मुस्कराया और उसे बताया कि पुच्छल तारा ज़मीन पर नहीं आसमान में दिखाई देता है।