एक महात्मा रास्ते से कहीं जा रहे थे। वह फटे हुए मैले कपड़े पहने हुए थे। सामने से आ रहे राजा के सिपाही बोले, रास्ते से हट जाओ। राजा साहब आ रहे हैं।
इतने में राजा साहब आ गए। महात्मा आगे बढ़े और राजा से पूछ बैठे, राजा जिसे चाहे अपने देश से निकाल सकता है, ऐसा है क्या ? तब तो बहुत अच्छा है… महात्मा ने आगे कहा कि, मुझे रात को मच्छर काटते हैं, सांप का भय सताता है। राजाजी आप हुक्म दो कि हमारे देश में सांप नहीं रहें।
तब राजा ने कहा कि, हम इनको नहीं निकाल सकते, आप हमारे महल में रह सकते हैं। राजा के आमंत्रण पर महात्मा जी एक दिन महल गए। देखा कि महल के दरवाजे पर बंदूकधारी पहरेदार तैनात हैं।
वह मन ही मन सोचने लगे कि यह महल है या तहखाना। तब राजा ने महात्मा को झरोखे से देख लिया। महात्मा जी का स्वागत सत्कार किया गया।
शाम के समय राजा, महात्माजी के नजदीक के कमरे में खड़े होकर ईश्वर से प्रार्थना करने लगा कि, हे भगवान, मुझे धन दो, आयु दो, राज्य बढ़ाओ।
महात्मा ने सुन लिया। महात्मा बोले, हमने तो समझा था, आप राजा हो, धनी होगे ही। तुम तो कंगाल निकले, ऐसे में हम तेरे पास रहकर क्या करेंगे। जिससे तुम मांगते हो, जरूरत हुई तो हम भी उसी से मांग लेंगे।
In English
A Mahatma was going somewhere along the way. He was dressed in torn clothes. Raja’s soldiers coming from the front said, get out of the way. Raja Saheb is coming.
Raja Saheb has come in so many Mahatma went forward and asked the king, what can the king extort from his country, is it? Then it is very good … Mahatma further said that, I cut mosquitoes at night, fear of snake. Rajaji, you dictate that there is no snake in our country.
Then the king said, we can not remove them, you can live in our palace. On the invitation of the King, Mahatma went to the palace one day. See that the gunmen are stationed at the palace door.
He started thinking that it is a palace or a crypt. Then the king saw the Mahatma with a window. Mahatma ji was felicitated.
In the evening, King stood in the room near Mahatmaji and started praying with God that, O God, give me wealth, give birth, increase the kingdom.
Mahatma listened. Mahatma said, we had understood that, you become a king, you will be rich. You have become poor, so what will we do with you? If you do, then you will demand it.