तेरे दर पे आ गया हुँ आना तो काम था मेरा
अब मुझको श्याम संभालो आगे का काम है तेरा
चरणों में मैं पड़ा हुँ चरणों से ना हटाना
डर के सिवा दयालु मेरा नहीं ठिकाना
जाऊ कही मैं बाबा अरे दिखे नहीं बसेरा
कितनो से धोखा खाया कितनो ने है सताया
जिसको भी अपना माना उसने मुझे रुलाया
तुम ही गले लगालो ये सारा जगत लुटेरा
रास्ता मुझे दिखा दो करना है क्या बतादो
सेवक हुँ मैं तुम्हारा गौकुर मुझे सीखा दो
जीवन में मेरे सुखो का होगा कभी सवेरा………