एक सत्य कथा* *हनुमान चालीसा की उत्पत्ति* *यह कहानी नही एक सत्य कथा है* *शायद कुछ ही लोगो को यह पता होगा* *पवन पुत्र हनुमान जी की आराधना तो* *सभी लोग करते है और हनुमान* *चालीसा का पाठ भी करते है, पर इसकी उत्पत्ति कहा और कैसे हुई यह जानकारी बहुत ही कम लोगो को होगी* *बात 1600 ई.की है …
Read More »Neeti Gupta
श्री कामध्वज जी
राजस्थान के उदैपुर राज्य में एक सेवक परिवार रहता था। उस परिवार में चार भाई थे।उसमे से तीन भाई तो उदैपुर के शासक रणजी के यहाँ सेवा कार्य करते थे, परन्तु चौथे भाई श्री कामध्वज जी भगवद्भक्त थे।वे वन में रहकर भजन करते और समय पर घर आकर भोजन-प्रसाद पाकर फिर वन में चले जाते। यही उनका नित्य का कार्य …
Read More »बड़ी ही सुन्दर कथा है, अवश्य पढ़ें…
बड़ा ही सुन्दर कथा है, अवश्य पढ़ें… #भगवान_से_रिश्ता एक बार मथुरा के निकट एक गाँव में एक छोटी लड़की रहती थी। वृन्दावन के निकट होने के कारण वहां से बहुत लोग ठाकुर जी के दर्शन को जाते थे। जब वो छोटी बच्ची 5 साल की हुई तो उसके घर वाले बांके बिहारी जी के दर्शन के लिए जा रहे थे। …
Read More »कामाख्या मंदिर
कामाख्या मंदिर का यह गुप्त 5 अनोखी रहस्य जानकार होश उड़ जायेंगे आपके यहां लगता है अम्बुवाची मेला हर साल यहां अम्बुबाची मेला के दौरान पास में स्थित ब्रह्मपुत्र का पानी तीन दिन के लिए लाल हो जाता है। पानी का यह लाल रंग कामाख्या देवी के मासिक धर्म के कारण होता है। फिर तीन दिन बाद दर्शन के लिए …
Read More »दाने दाने पर लिखा है खाने वाले का नाम
दाने दाने पर लिखा है खाने वाले का नाम ‘एक’ सेठ जी भगवान “कृष्ण” जी के परम भक्त थे। निरंतर उनका जाप और सदैव उनको अपने दिल में बसाए रखते थे।* *वो रोज स्वादिष्ट पकवान बना कर कृष्ण जी के मंदिर मे जाते थे अपने कान्हा जी को भोग लगाने। घर से तो सेठ जी निकलते पर रास्तें में ही …
Read More »God Loan
ईश्वर ऋण – ईश्वर ऋण कैसे उतारा जाए ? ईश्वर सिर्फ यही चाहता है कि जिस पवित्र रूप में इस आत्मा को मैंने जीवन दिया है उसी पवित्र रूप में वह उसके पास पुनः लौट आए । जब हमारा जन्म होता है तब एक पवित्र आत्मा का निवास उस जीव में होता है इसलिए छोटे बच्चे को ईश्वर का रूप …
Read More »Jai Shri Ram Balaji
जय श्री राम जय श्री बालाजी पारस मुंदड़ा *परमात्मप्राप्ति का उद्देश्य होने पर कोई भी साधन छोटा बड़ा नहीं होता।* 04-जून-2021 वार:-शुक्रवार तिथी:-10दशमी28:07 पक्ष:-कृष्णपक्ष माह:-ज्येष्ठ नक्षत्र:-उत्तराभाद्रपदा20:46 योग:-आयुष्मान26:47 करण:-वणिज15:11 चन्द्रमा:-मीन सुर्योदय:-05:36 सुर्यास्त:-19:22 दिशा शुल…..पश्चिम निवारण उपाय:-जौं का सेवन ऋतु :-ग्रीष्म ऋतु गुलीक काल:-07:30से 09:00 राहू काल:-10:30से12:00 अभीजित….12:05से12:53 विक्रम सम्वंत ………2078 शक सम्वंत …………1943 युगाब्द ………………5123 सम्वंत सर नाम:-राक्षस चोघङिया दिन चंचल:-05:36से07:19तक …
Read More »केले का पत्ता यानी द्वैत में अद्वैत
केले का पत्ता यानी द्वैत में अद्वैत जब रावण की सेना को हरा कर और सीता जी को लेकर श्री राम चन्द्र जी वापस अयोध्या पहुंचे – तो वहां उन सब के लौटने की ख़ुशी में एक बड़े भोज का आयोजन हुआ | वानर सेना के सभी लोग भी आमंत्रित थे – लेकिन बेचारे सब ठहरे वानर ही न ? …
Read More »भक्त की मदद
हम उस समय गंगा अपार्टमेंट बस स्टैंड गुड़गांव के पास रहते थे, मेरी नाईट शिफ़्ट होती है, मैं सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल हूँ, अक्सर घर से ही अमेरिकन मल्टी नैशनल कंपनी के लिए काम करती हूँ, रात को पौने दस पर मुझे एलर्जी हो गयी और घर पर दवाई नहीं थी, ड्राईवर भी अपने घर जा चुका था और बाहर हल्की बारिश …
Read More »ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय शिव वाणी-210 चौरासी लाख योनियों में एक योनि मानव की है। मानव योनि में जन्म देने के लिए प्रभु परमात्मा को लाखों बार हाथ जोड़कर नमन किया जाए तो भी कम है। क्योंकि यही वह योनि है जिस योनि में मानव अपना उद्धार प्रभु चरण में पहुंचकर कर सकता है और किसी योनि में नहीं । बाकी …
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