बांके नैनो से नैना मिला के दिल ये वेकाबू हो गया
वृंदावन की गलियों में जाके जाने कैसा जादू हो गया
बांकी नजरो से तीर जब चला था
दुनिया छोड़ के वो श्याम का हो जाता
ओहदे नाम दी माला गल पाके दिल ये वेकाबू हो गया
वृंदावन की गलियों में जाके जाने कैसा जादू हो गया
दिल छीन लिया कातिल निगाहों ने मन मोह लिया बांकी अदाओं ने
मुखो राधे राधे गा के दिल ये वेकाबू हो गया
वृंदावन की गलियों में जाके जाने कैसा जादू हो गया
ना मैं रही ना ही मेरी हस्ती मेरी मैं मिटटी मिली ब्रिज मस्ती
ब्रिज गलियों में लोट लगा के दिल ये वेकाबू हो गया
वृंदावन की गलियों में जाके जाने कैसा जादू हो गया
ईशा बनो सदा श्यामा दासी जैसे गोपाली पागल उपासी
श्री यमुना में गोता लगा के दिल ये बेकाबू हो गया
वृंदावन की गलियों में जाके जाने कैसा जादू हो गया……………..