बड़ा शुभ दिन पावन दिन जन्मी है राधा रानी,
खुश हो कर झूमे अम्बर धरती भी है दीवानी
कलियों से कोमल है शबनम के जैसी निर्मल.
अधरों पर खिलते है कितने ही नीरज दल,
नैनो के सागर में नदियों का मीठा पानी
बड़ा शुभ दिन पावन दिन जन्मी है राधा रानी,
खुशियों के पल आये ब्रिज वासी मुस्काये
ढोलक पर थपकी है हर कोई गीत गाये,
वृंदावन में मेहकी है हर जग है राधा रानी
बड़ा शुभ दिन पावन दिन जन्मी है राधा रानी,
कान्हा के बिन राधा की बाते है अधूरी,
राधा को कान्हा के होने से है पूरी
हर कोई जाने ये नई नही है कहानी
बड़ा शुभ दिन पावन दिन जन्मी है राधा रानी,,,,,,,,,,